राधा रानी की महिमा अपरंपार : साध्वी समाहिता

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

मथुरा। राधा रानी की उपासना करने से उनकी व भगवान श्रीकृष्ण की प्राप्ति सुनिश्चित होती है। उक्त विचार भागवताचार्य साध्वी समाहिता ने युग जागरण से फोन पर व्यक्त किए। साध्वी समाहिता ने कहा कृष्ण की शक्ति राधा हैं और कृष्ण की आत्मा भी राधा हैं।श्रीकृष्ण और राधा दोनों हीं अभिन्न हैं।यह दोनों अलग-अलग होते हुए भी एक हैं। राधा रानी भगवान श्रीकृष्ण की आल्हादिनी शक्ति हैं। श्री राधा रानी को भगवान श्रीकृष्ण से भी अधिक प्रधानत दी है।

 ब्रज में राधा रानी की श्रीकृष्ण से भी अधिक मान्यता है। उन्होंने यशोदा नंदन श्रीकृष्ण तक को पूर्णत्व प्रदान किया था। ब्रज में चारों और उन्हीं का साम्राज्य है। श्री साध्वी ने कहा श्री राधा रानी की महिमा अपरंपार है।वह ब्रजवासियों की प्राण धन हैं। 'राधा राधा रटत ही भव व्याधा कट जाए कोटि जन्म की आपदा नाम लिए हर जाए ' राधा रानी का नाम सुमिरन से प्राणी भव से पार हो जाता है और बिगड़े काम बन जाते हैं। 

श्री समाहिता ने आगे कहा राधा रानी श्रीकृष्ण की प्राण हैं।श्रीराधा प्रकृति हैं और श्रीकृष्ण ही परमपुरुष हैं। श्री राधा तो रसिको का जीवन धन हैं।जो संसार की ओर प्रवाहित धारा को परमात्मा श्रीकृष्ण की ओर मोड़ देवे वही श्री राधा है। जैसे फूलोँ में सुगंध है जल में मिठास है....सूरज में ताप और चन्द्रमा में शीतलता है वैसे ही कृष्ण में राधा और राधा में श्रीकृष्ण का वास है।