गति जो देते हैं दुनिया को,
विश्व को जिन्होंने चलायमान किया,
अपनी शिक्षा के दम पर सड़क,
भवन और मशीनों का निर्माण किया।
अथक परिश्रम है इनके प्रस्वेद में,
हैं मेहनत की ये मिशाल,
नई दिशा का करते आह्वान,
हृदय होता इनका विशाल।
मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी आधुनिक
भारत के अभियंता थे महान,
भारत रत्न विभूषित किया
भारत का प्रतिनिधित्व
अमेरिका में बढ़ाया हमारा मान।
उनके ही जन्मदिवस के उपलक्ष्य में
हम अभियंता दिवस मानते हैं,
देते बधाई अभियंताओं को,
सम्मान में उनकी शीश झुकाते हैं।
रीमा सिन्हा (लखनऊ)