Ganesh Chaturthi 2022: ये हैं भगवान गणेश जी के सबसे प्रसिद्ध मंदिर, इस चतुर्थी पर करें दर्शन

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

Ganesh Chaturthi 2022: गौरीपुत्र भगवान गणेश को मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाला देवता माना जाता है। हिंदू धर्म के मुताबिक, गणपति सभी देवताओं में पूजनीय होते हैं। वैसे तो किसी भी त्योहार या पूजा के मौके पर सबसे पहले भगवान श्री गणेश का ही स्मरण किया जाता है, लेकिन भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। ये पर्व 10 दिन का होता है, जिसमें लोग उपवास करते हैं और गणेश जी की पूजा अर्चना करके अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद मांगते हैं। अगर गणपति उत्सव के मौके पर आप किसी गणेश मंदिर के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं तो भारत में कई गणपति मंदिर हैं। यहां आपको माता पार्वती और भगवान भोलेनाथ के पुत्र श्री गणेश जी के प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिरों के बारे में बताया जा रहा है। इस गणपति पूजा पर करें इन गणेश मंदिरों के दर्शन।

सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई

महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर सबसे बड़े गणेश मंदिरों में से एक है। सिद्धिविनायक मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध है। गणपति के इस प्राचीन मंदिर का निर्माण 1801 में हुआ था। मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त सच्चे मन से दर्शन के लिए पहुंचता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। अक्सर इस मंदिर में सेलिब्रिटी और नेता पहुंचते हैं।

खजराना गणेश मंदिर, इंदौर

मध्य प्रदेश के इंदौर में खजराना गणेश मंदिर स्थित है। यह स्वयंभू मंदिर है। देश के सबसे धनी गणेश मंदिरों में खजराना के मंदिर का नाम शामिल है। मान्यता है कि यहां भक्त की हर मुराद पूरी होती है। मन्नत पूरी होने के बाद भक्त यहां आकर गणेश जी की प्रतिमा की पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाते हैं और भोग लगाकर भगवान का आभार व्यक्त करते हैंं। इस मंदिर में गणेश जी की 3 फीट ऊंची प्रतिमा है जिसे बावड़ी से निकाली गया है।

रणथंभौर गणेश मंदिर, राजस्थान

राजस्थान के रणथंभौर में बना यह गणेश मंदिर भारत में ही नहीं, दुनिया में पहला गणेश मंदिर माना जाता है। इस मंदिर में गणेश जी की त्रिनेत्री प्रतिमा विद्यमान है। यह प्रतिमा स्वयं भू प्रकट है। 1000 साल से भी ज्यादा पुराना यह मंदिर रणथंभौर किले में सबसे ऊंचाई पर बना है। खास बात यह है कि राजस्थान का यह गणेश मंदिर पहला है, जहां गणपति जी का पूरा परिवार उनके साथ है। गणेश जी की पत्नी रिद्धि और सिद्धि और दो पुत्र शुभ-लाभ भी इस मंदिर में मौजूद है।

डोडा गणपति मंदिर, बेंगलुरु

दक्षिण भारत के सबसे अद्भुत मंदिरों में गणेश जी का डोडा गणपति मंदिर भी है। डोडा का अर्थ है बड़ा। अपने नाम के अनुरूप बेंगलुरु में स्थित इस मंदिर में गणेश जी की 18 फीट ऊंची और 16 फीट चौड़ी प्रतिमा है। खास बात ये है कि इस प्रतिमा को काले ग्रेनाइट की एक ही चट्टान पर उकेर कर बनाया गया है।