कलियों कलियों से फूल खिलता हैं,
महादेव की कृपा से संसार मिलता हैं,
हो जाती है जब महादेव की महिमा,
तब जाके सावन महीने में जनम मिलता हैं .
जन्म का ये दिन तुम्हारा, उत्सव हो जाएं,
मिले दुआ सभी की, हर दिन महोत्सव हो जाएं,
हो जाती हैं जिंदगी खुशियों से गुलजार,
जब बेहिसाब अपनो का प्यार मिलता हैं.
मन में उमंग व हर्ष मिले,
जीवन में समृद्धि व उत्कर्ष मिले,
शीतलता बनी रहें मयंक सी,
सुकून तेरी मुस्कान से मिलता हैं.
बढ़ती जाएं " प्रीति " हर रिश्तों में,
साथ तेरे होने से, दिल को करार मिलता हैं,
पूर्ण हो जाती हैं जब रिश्ते की परिभाषा,
तब जाके जिंदगी में, तेरे जैसा यार मिलता हैं..
♥️♥️
कवियित्री- हेमलता दाहिया.
रीवा मध्य प्रदेश.