महादेव का बेलपत्र श्रंगार त्रिगुणात्मक सत्ता का साक्षात स्वरूप: कालेन्द्रानंद

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

सहारनपुर। राधा विहार स्थित औघड़ दानी नर्वदेश्वर महादेव में महादेव का 1008 बेल पत्री से भव्य श्रंगार किया गया। इस अवसर पर स्वामी कालेंद्रा नंद जी महाराज ने कहा कि महादेव का बेलपत्र श्रंगार त्रिगुणात्मक सत्ता का साक्षात स्वरूप है।                        

श्री रामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वाधान में आयोजित श्रावण मास पूजा में अंतिम श्रावण सोमवार को बेलपत्र से महादेव का भव्य श्रृंगार किया गया और अबीर गुलाल से भगवान को दिव्य रूप में सजाया गया इससे पूर्व पंचामृत से महादेव का महा स्नान किया गया उसके उपरांत रुद्री पाठ शिव महिमन स्तोत्र शिव सहस्रनाम स्त्रोत से महादेव का महा रुद्राभिषेक किया गया तदोपरांत हजार आठ बेलपत्र से महादेव का भव्य श्रृंगार किया गया मां भोग अर्पण कर शिव जी की आरती उतारी गई।                                                  

बेलपत्र शिव शृंगार की महिमा का वर्णन करते हुए स्वामी कालेंद्रानंद जी महाराज ने कहा कि बेलपत्र सत रज तम त्रिगुणात्मक सत्ता का रूप है सत रज तम के बिना सृष्टि का सर्जन संभव नहीं होता प्रत्येक जड़ चेतन पदार्थ इसी त्रिगुणात्मक सत्ता से से ही निर्मित है। उन्होंने कहा की शिव का त्रिनेत्र भी त्रिगुणात्मक आधार का साक्षात स्वरूप है बेलपत्र में तीन पत्र होने के कारण उन्हें शिव जी का त्रिनेत्र स्वरूप भी माना जाता है । 

शिव जी के तीनों नेत्रों में एवं उनके त्रिशूल में सत रज तम त्रिगुणात्मक सत्ता सदा जागृत रहती है जिससे वे जगत का श्रजन पालन एवं संघार करते हैं इसी आधार पर जीव को त्रिगुणात्मक आधार पर अपना जीवन व्यापम करना चाहिए शिव की शरण में जाकर अवनी सत रज तम की शक्ति को जागृत कर शिव की कृपा प्राप्त करनी चाहिए शिव की कृपा के बिना जीव की मोक्ष और मुक्ति संभव नहीं है। 

इस अवसर पर अरुण स्वामी पंडित विशाल शर्मा पंडित योगेश तिवारी पंडित ऋषभ शर्मा पुनीत ठाकुर सागर गुप्ता मनोज चौहान कर्तव्य गीता कमला बबीता सुचेता शैलेश बीना उमा कौशल ममता आदि रहे।