मेरा वतन

सदा गुलाब की तरह खिला हुआ मेरा वतन।

हँसी  खुशी बड़े चमन यही दुआ मेरा वतन।।


न  बैर हो  न द्वेष हो न  भावना  पराये  की ।

जो  प्रेम से  पला बड़ा वही बना मेरा वतन ।।


अमन रहे  यहाँ वहॉं, सुकूँ रहे  सभी  जगह ।

ये नफ़रतों के बीज को मिटा गया मेरा वतन।।


लहू लहू  गिरा  के  वीर  जो  वहा  गये  नदी ।

तभी  तो  केसरी  रंगा हुआ मिला मेरा वतन।।


मिले  जो  जन्म  बार बार  तो तेरी ही गोद हो।

करे  सलाम #अंजली हो खुशनुमा मेरा वतन।।


@Anjali R Gupta ✍️

#कृष्णदीवानी_अंजली