विराट की वापसी पर रवि शास्त्री ने दिया बड़ा बयान

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

एशिया कप 2022 की शुरुआत में अब चंद दिनों का समय रह गया है। सभी टीमें यूएई पहुंच चुकी हैं और टूर्नामेंट की तैयारी शुरू कर रही हैं। टूर्नामेंट का क्वालिफायर राउंड भी जारी है और यहां जीतने वाली टीम भारत और पाकिस्तान के साथ ग्रुप ए में जगह बनाएगी। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट से पहले कई तरह की परेशानियां झेल रही है। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल के बाद कोच रवि शास्त्री का साथ भी टीम से छूट गया है। भारत का पहला मैच पाकिस्तान के साथ है। 28 अगस्त को होने वाले इस मुकाबले में भारत के सीनियर खिलाड़ियों पर ज्यादा जिम्मेदारी रहेगी। 

टीम के दो अहम तेज गेंदबाज और कोच की गैरमौजूदगी में कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। विराट कोहली लंबे समय से बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं और उनका लय में लौटना भारत के लिए बेहद जरूरी है। इस बीच पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने विराट कोहली पर भरोसा जताते हुए उन्हें मशीन करार दिया है। शास्त्री का मानना है कि कोहली एक अर्धशतक लगाएंगे और उनके आलोचकों के मुंह बंद हो जाएंगे। 

रवि शास्त्री ने एक स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत में कहा "जब हम आराम और बाकी चीजों की बात करते हैं तो बाद आप को एहसास होता है कि आप मीडिया में वापस आ चुके हैं। कई लोग अलग-अलग आंकड़ों के साथ आते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान ऐसा ही एक आंकड़ा आया था, जिसने मुझे चौंका दिया। इसके अनुसार पिछले तीन सालों में दुनिया के टॉप खिलाड़ियों में (केन विलियम्सन, बाबर आजम, विराट कोहली, जो रूट और डेविड वॉर्नर) विराट ने बाकी खिलाड़ियों से तीन गुना ज्यादा मैच खेले हैं। विराट ने 950 मैच खेले थे तो दूसरे नंबर के खिलाड़ी ने सिर्फ 400 मैच खेले थे, आधे से भी कम। जब आप किसी टीम के कप्तान होते हैं और तीनों फॉर्मेट खेलते हैं तो यह काफी थकाऊ होता है। इस वजह से ब्रेक दिया जाना चाहिए और शायद यह कमाल करे।"

रवि शास्त्री ने कहा "कोई भी भारतीय क्रिकेटर उनसे ज्यादा फिट नहीं है और मैं यह बात अनुभव के साथ कह रहा हूं। कोई भी उनसे ज्यादा मेहनत नहीं करता और उस उम्र में उनसे ज्यादा फिट नहीं है। वह एक मशीन है। बस उन्हें सही तरीके से सोचने की जरूरत है और मैच में सही मानसिकता के साथ उतरने की जरूरत है। हम अक्सर सुनते हैं कि एक-दो चीजें अंतर पैदा कर सकती हैं, लेकिन उनके जैसे खिलाड़ी के मामले में ऐसी चीजें बड़ा अंतर पैदा कर सकती हैं, क्योंकि उनके अंदर फिटनेस और शारीरिक क्षमता है। अच्छा प्रदर्शन उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाएगा। उनकी भूख और जज्बा बरकरार है। उन्होंने इस बुरे दौर से बहुत कुछ सीखा होगा। हर खिलाड़ी जब अपने करियर के चरम पर होता है तो एक बुरा दौर आपको नीचे लाता है, लेकिन यह आपका चरित्र होता है, जो वापसी में आपकी मदद करता है। उनके अंदर ये सभी क्षमताएं हैं।"

जब शास्त्री से पूछा गया कि हाल-फिलहाल में उन्होंने विराट से कब बात की थी, तो उन्होंने कहा कि मैंने विराट से कोई बात नहीं की है, लेकिन इसमें कोई रॉकेट साइंस नहीं है। बड़े खिलाड़ी जाग जाते हैं, उन्हें कम समय में चीजों का एहसास हो जाता है। आपको मानसिक थकान हो सकती है, यह सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ भी हो सकता है। मैं निश्चिंत हूं कि यह ब्रेक सिर्फ शरीर को आराम देने के लिए नहीं था। इस दौरान उन्होंने सोचा होगा कि वो क्या बेहतर कर सकते थे। वो क्या सही कर सकते थे और उन्होंने क्या सही किया और उसे करते रहने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने किन चीजों को अपने दिमाग में आने दिया, जिसकी जरूरत नहीं थी। 

शास्त्री ने आगे कहा कि बहुत सारी चीजें मायने रखती हैं। आपके शॉट के चयन से लेकर, प्लान तक और टी20 में कब अटैक करना है। मैं अपने आपको ज्यादा समय दूं या नहीं। ये सारी चीजें मायने रखती हैं और अब विराट के लिए ठंडे दिमाग से सारी चीजें करने का समय आ गया है। पहले मैच में वो एक अर्धशतक लगाते हैं और सारे मुंह बंद हो जाएंगे। जो हुआ वह इतिहास है। याद रखें जनता की याद बहुत छोटी होती है। यह दोनों तरीके से काम करता है। विराट कोहली लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। उन्होंने आखिरी शतक 2019 में लगाया था। इस साल विराट पूरी तरह लय में नहीं दिखे हैं, खासकर सीमित ओवर क्रिकेट में वो बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं।