आई घर-घर तिरंगा मिशन बढ़े चलो की घड़ी
75 वें अमृत महोत्सव की मज़बूत कड़ी
अगले 25 वर्षों की नई यात्रा की झड़ी
समझो आत्मनिर्भर भारत की यात्रा आगे बढ़ी
आई विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा की झड़ी
जय जय भारत देश हमारा जय जय
भारत देश नारे से युवाओं की फौज खड़ी
आत्मनिर्भर भारत ज़रूर बनेगा
जब लगेगी ऐसी श्रृंखलाओं की लड़ी
हुनर हाट लोकल फॉर वोकल
बेस्ट फ्रॉम वेस्ट की लगेगी झड़ी
युवाओं बुजुर्गों महिलाओं की जुड़ेगी कड़ी
कौछलता का विकास होगा
कार्यबल शक्ति होगी भारत की बड़ी
रोज़गार की उमड़ेगी झड़ी
स्वप्न साकार होंगे स्वावलंबन के
खुशियों की जल्द आएगी वह घड़ी
हर नागरिक को कारीगर के हौसले को
जबरदस्त देनी होगी प्रोत्साहन की झड़ी
हर नागरिक को स्थानीय के लिए मुखर होकर
स्वदेशी स्वावलंबन की देनी होगी झड़ी
आत्मनिर्भर करने की सोच तीव्रता से
धरातल पर शीघ्र करनी होगी खड़ी
-लेखक- कर विशेषज्ञ स्तंभकार कानूनी लेखक,चिंतक कवि, एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र