वतन पे जां निसार है

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 


स्नेह के मृदु भावों से सजा तिरंगा

भारतीय एकता की पहचान है।


उत्तर में खड़ा हिमालय विजय का परिचय देता

हिन्दोस्तां की आन - मान और शान है।


स्वतंत्रता की गूंज वादियों में यहां

इसकी मिट्टी पर हमें अभिमान है।


भगत, सुभाष, चंद्रशेखर आजाद

बलिदानों की अमर गाथाओं का यह पुराण है।


सीता, मीरा, राधा, सावित्री जैसी

नारियों के प्रेम से रचा यहां का इतिहास है।


स्वाधीनता के गीत गुनगुनाता

हर बालक, वृद्ध और जवान है।


झुकें ना सिर किसी के आगे

वतन पे दिल और जाँ निसार है।


-वंदना अग्रवाल 'निराली'

लखनऊ, उत्तर प्रदेश