गोदभरायी की रस्म से गर्भवती को ख़ुशी और सम्मान के साथ मिलती है पोषण की जानकारी : सीडीपीओ

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

गोंडा। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर शुक्रवार को बेलसर विकास खण्ड के आंगनबाड़ी केंद्र डलमऊ प्रथम पर उत्सव जैसा माहौल रहा | कार्यकर्त्रियों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र को रंगोली, कलश व गुब्बारे आदि से सजाकर गोदभराई और अन्नप्राशन दिवस मनाया गया | मुजेहना व शहर परियोजना के सीडीपीओ अभिषेक दुबे ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया | 

इस मौके पर उन्होंने क्षेत्र की पांच गर्भवती महिलाओं को पोषण टोकरी प्रदान कर गोदभराई और एक बच्चे को खीर खिलाकर अन्न्नाप्रशन कराया | कार्यक्रम में विभिन्न स्टालों के माध्यम से लोगों को विभागीय योजनाओं और सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी गई |इस मौके पर गर्भवती महिला और होने वाले शिशु के बेहतर स्वास्थ्य की शुभाकांक्षा के साथ उन्हें सतरंगी थाली एवं अनेक प्रकार के पौष्टिक भोज्य पदार्थ जैसे- अनाज, दूध, सूखे मेवे, फ़ल, दाल, हरी साग व पीली सब्जियों इत्यादि की टोकरी दी गयी | बुजुर्ग महिलाओं एवं अभिभावकों ने स्वस्थ जच्चा- बच्चा की कामना करते हुये आशीर्वाद दिया  | 

सीडीपीओ बेलसर वंदना ने बताया कि गर्भधारण से लेकर नौ महीने तक का समय गर्भवती महिला और होने वाले बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बेहद खास माना जाता है | इस दौरान सुपोषण का आभाव, कम से कम चार प्रसव पूर्व जाँच में कमी एवं अनियमित दिनचर्या सुरक्षित मातृत्व के लिए चुनौती भरा हो सकता है |

 इस दृष्टिकोण से गोदभराई की रस्म माता एवं उनके होने वाले बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए परंपरागत होने के साथ स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा देने वाला एकसकारात्मक कदम है |उन्होंने गर्भवती महिलाओं को दिन में चार बार खाना खाने, दूध, फ़ल, सोयाबीन, गुड़, हरी साग-सब्ज़ी खाने के साथ आयरन एवं कैल्सियम की गोली खाने के बारे में जानकारी दी ।कार्यक्रम में मुख्य सेविका, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, बीपीए, क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियाँ, विद्यालय के अध्यापक व ग्रामवासी उपस्थित रहे |