याद रखना

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क


ख़यालों में ही सही मेरा नाम याद रखना,

वफ़ा निभायेंगे हम सदा ये पैग़ाम याद रखना।


तेरा मिलना मुक़द्दर को मुनासिब ना लगा,

एहसासों में ही दुआ सलाम याद रखना।


टूटकर तुम्हें चाहा और टूट भी हम हीं गये,

तुम  लबों पर सदा इब्तिसाम याद रखना।


तर्क-ए-ताल्लुक पर तुम्हें याद मेरी आयी,

खुश रहो बेवफा वो रूहानी शाम याद रखना।


ग़म नहीं तुम्हारे फासलों का अब हमको,

ज़्यादा न सही बस मेरा नाम याद रखना।


                  रीमा सिन्हा (लखनऊ )