चिकोटी

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

जिसको देखो आजकल,

बजा रहा है चंग।

कहाँ कहें मौसम खुदी,

बदल रहा है रंग।

अंग छिल रहा केर का।

-धीरु भाई