सहारनपुर। चिल्काना रोड स्थित अर्चना ग्राम उद्योग सामाजिक संस्थान में चल रहे सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि दीपिका सिंघल ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को मार्गदर्शन करते हुए बताया कि सिलाई का प्रशिक्षण बेहद ही महत्वपूर्ण है क्योंकि संसार के हर व्यक्ति को कपड़ों की आवश्यकता होती है और वह कहीं ना कहीं उसको सिलवाता है इसलिए सिलाई के काम में पारंगत होना बेहद जरूरी है पारंगत होने के बाद आप अपना छोटे स्तर से काम शुरू कर कर अपना अच्छा बुटीक खोल सकते हैं और एक सफल उद्यमी की श्रेणी में आ सकते हैं बस जरूरत है मेहनत और लगन की मेहनत और लगन से कोई भी काम किया गया हो हमेशा सफल होता है।
श्रीमती नीलिमा सिंगल ने भी सभी को कार्य को मेहनत और लगन से करने के लिए प्रेरित किया बताया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है और आपका अनुभव आपको आगे ले जाता है। श्रीमती सोनिया वर्मा ने सभी उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि आपके द्वारा सिले गए कपड़ों के डिजाइन बेहद आकर्षक खूबसूरत और सफाई के साथ बनाएंगे तो आपके कस्टमर ज्यादा से ज्यादा बनेंगे और आपका काम अधिक चलेगा।
सुमन कश्यप ने कविता के माध्यम से संदेश दिया कि मेहनत हमेशा रंग लाती है और हमारी कार्यशैली ही हमें महत्वपूर्ण बनाती है जीवन का मतलब संघर्ष भी है इसलिए किसी भी संघर्ष का सामना करने के लिए आर्थिक रूप से मजबूत होना बेहद जरूरी है। संस्था अध्यक्ष अर्चना रानी ने बताया कि शिक्षण का उद्देश्य समय-समय पर मध्यमवर्गीय एवं गरीब महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उनको आत्मनिर्भर बनाना है ।
संस्थान में महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण के साथ-साथ पर्सनालिटी डेवलपमेंट, मार्केटिंग, एवं व्यवहार कुशल जैसे अनेक प्रकार की बातें समझाई जाती हैं ताकि कस्टमर का सामना करते वक्त कॉन्फिडेंट बनाए रखना बहुत जरूरी है। समय आ गया है की महिलाएं घर की दहलीज से बाहर निकल कर अपनी पहचान बनाए। सभी को प्रमाण पत्र बांटे गए। बबीता कश्यप, सीमा रानी, रूपा सैनी, नगमा, शालिनी, नैंसी, सुचिता, प्रिया, आदि उपस्थित रहे।