पुलिस की ज्यादती पर शिकायत

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

बांदा। थाना पैलानी अंतर्गत ग्राम अलोना में एक ही रात में थोड़ा समय बदलकर पुलिस द्वारा घरों में लगे दरवाजों को खटखटाने और उनके खुलने के बाद अंदर प्रवेश करके धरपकड़ के साथ सामान तहसनहस करने की शिकायत भुक्तभोगियों ने तहसील दिवस सदर बांदा में करके पुलिस की ज्यादती का जिक्र करते हुए शिकायती पत्रों में वर्णित बिंदुओं पर भुक्तभोगियों ने कार्यवाही की फरियाद की है। 

तहसील दिवस में सौंपे गए पत्रों के मुताबिक 3 जून की रात साढ़े 11 बजे के लगभग आरती के मकान के बाहर खड़ी पुलिस ने दरवाजा खटखटाया। अंदर से पूछा कौन है उत्तर मिला कि पुलिस। दरवाजा खोल दिया आठ खाकीपोश अंदर घुस आए और मेरे देवर गोलू को पुलिस साथ में थाने ले गई। जब मेरे पति रविशंकर को पता चला तो वह बाइक से खप्टिहाकला पुलिस चौकी गए। पति को भी पुलिस ने बैठा लिया और मोटरसाइकिल रखवा ली। ऐसा क्यों किया जा रहा है के जवाब में पुलिस ने कोई जवाब न देकर हड़काना शुरू कर दिया। कुछ ऐसे आरोपों के साथ तहसील दिवस बांदा में अलोना निवासी आरती पत्नी रविशंकर नामदेव ने शिकायत करके कहा है कि पैलानी पुलिस द्वारा मेरे पति व देवर को पकड़ने का कारण न बताकर थाने में बैठाया है। 

पुलिस कस्टडी से उन्हें तत्काल छोड़ने की गुहार लगाई है। तहसील दिवस बांदा में ही ग्राम अलोना निवासी शहीदन पत्नी पीरअली ने 3 जून की ही रात लगभग साढ़े दस बजे अपने घर के दरवाजे के सामने पहुंची पुलिस का जिक्र करते हुए कहा है कि जब दरवाजा खोलने की आवाज आयी तो पूछा कौन है। जवाब में बताया कि पुलिस। दरवाजा खोलने पर वह अंदर घुस आए और तलाशी के दौरान घर पर रखा सामान इधर-उधर फेकने लगे। 

जब पूछा क्या कर रहे हो तो पुलिस ने कहा कि तुम्हारे घर में बंदूक है हालांकि तलाशी में कुछ नहीं मिला। पुलिस से अपराध पूछा गया तो बताया कि बकरीदी को जल्दी खोजकर लाओ। शहीदन ने तहसील दिवस प्रभारी को संबोधित पत्र में कहा है कि झूठे आधारों पर पुलिस घर से उक्त को ले गई है। न्याय हित में छोड़ा जाना जरूरी है। दोषी पुलिस जनों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।