कल किसी का नहीं आज हमारा है

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क   


कल की छोड़ो आज की बात करो

कल पीछे छूट गया आज नई शुरुआत करो

जिंदगी को जो अकेला छोड़ दिया था तुमने

उस जिंदगी से एक बार फिर मुलाकात करो


समय के साथ तुम भी बदलो 

पीछे मत रहो डट कर उसके साथ चलो

बड़े गहरे घावों का मरहम है इसके पास

समय के साथ तुम भी फूलो फलो


कल क्या होगा यह किसको पता है

कल की फिक्र में आज को यूं मत बर्बाद करो

क्यों कैद में डाल रहे हो अपने जीवन को

बन्धनों से खुद को तुम अज़ाद करो


जो बीत गया वह बीत गया

उस पर चिंतन इक बार करो

क्या खोया क्या पाया तुमने

इस पर तुम थोड़ा विचार करो


वक्त के थपेडों ने क्या से क्या बना दिया

समय से पहले ही पर्दा गिरा दिया

थर थर कांपती थी जिनसे धरती

उनको भी इस मिट्टी में मिला दिया


कल किसी का नहीं आज हमारा है

जो नहीं मिला उसके पछतावे में क्यों रोएं

जो भी अपने पास है उसी में ही खुश रहें

खुशी के जो कुछ पल हैं उनको भी क्यों खोएं


रवींद्र कुमार शर्मा

घुमारवीं

जिला बिलासपुर हि प्र