छोटी बहन

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क


छोटी बहनें छोटी कहां होती है 

वह तो बड़े भाई से भी बड़ी होती हैं 

चाहे खुद कितना भी झगड़ ले 

कोई और कुछ कहे तो बस लड़ पड़ती है| 


हिदायतों की वह होती है दुकान 

उस जैसा मानो किसी को नहीं ज्ञान 

मजाल है कोई आंख उठा कर देख ले 

भैया का  रहता उसे सदा गुमान| 


पिता से उसकी कई  बात है छुपाती 

रात देर से आया है यह भी ना बताती है 

भाई को यह किस्सा बता बता कर 

बड़ा ही एहसान जताती| 


भाई भी है बड़ा है अकड़ता  

दिखावे के लिए सिर्फ झगड़ता  

होती है जब बहन की विदाई 

सबसे छुप-छुपकर वह है रोता| 


ना हो घर में भाई बहन 

सुना सा लगता है घर आंगन 

बड़ा ही प्यारा रिश्ता है 

बड़ा ही मोहक है बंधन|


सविता सिंह मीरा 

झारखण्ड जमशेदपुर