माले खोलेगा चकबंदी के काले कारनामे

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क   

बांदा। आगामी 8 जून को त्रिवेणी-सिलेहटा में चकबंदी प्रक्रिया के दौरान बरती गई अनियमितताओं के साथ काश्तकारों के उपर किए गए अन्याय को लेकर भाकपा माले की अगुवाई में धरना प्रर्दशन कर न्याय दिलाने के लिए आवाज लगाई गई। 

त्रिवेणी-सिलेहटा गांव के दर्जनों लोगों ने कताई मिल स्थित भाकपा (माले) कार्यालय पर माले नेताओं को अपनी दुःख भरी  व्यथा बताई। ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों के 1970 के दशक में पट्टे हुए थे। इधर जब चकबंदी अधिकारी/कर्मचारी परोक्ष-अपरोक्ष भ्रष्टाचार करके हमें मूल जोत से हम काश्तकारों को हटाकर अनियमित तरीके से दूसरों को फायदा पहुंचा रहे है। जिसके खिलाफ हम लोगों ने सीओ चकबंदी के यहां आपत्ति दाखिल की थी। उन्होंने अपनी अधिकारिक शैली के चलते हमारी आपत्ति खारिज कर दिया। 

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इसमें लंबा भ्रष्टाचार किया गया है। इस घोटाला में वो कई काश्तकारों की जमीनअपने नाम कराने की प्रक्रिया में लगे रहे। कई चकबंदी कर्मचारियों ने शातिराना अंदाज में लाभ लेने के लिए कहीं अपने नजदीकी तो कहीं परिजनों के नाम बैनामा तक करा लिया। यह बैनामा उस दौरान कराए गए जब चकबंदी का श्रीगणेश होना था और क्षेत्र सहित गांव की आवाम को कुछ मालूम ही नही। 

भाकपा (माले) के जिला प्रभारी रामप्रवेश यादव ने कहा कि त्रिवेणी गांव के किसानों-मजदूरों के साथ हो रहे अत्याचार को भाकपा माले बर्दाश्त नहीं करेगा। संघर्ष के प्रथम चरण में 8 जून को धरना-प्रदर्शन के माध्यम से उन्हें न्याय दिलाने के साथ ही वहां के गरीबों के जीवन के रोजी रोटी,उनकी सामाजिक सुरक्षा के सवालों को भी मुद्दा बनाएगा। 

त्रिवेणी-सिलेहटा में चल रही चकबंदी प्रक्रिया में बरती गई मनमानी और अनियमितताओं के कालाचिट्ठा पर हयूमन राइट ला नेटवर्क के एडवोकेट शिवकुमार मिश्रा ने कहा है कि किसानों, मजदूरों के साथ उनके मूल जोत पर अपने तरीके से चलायी गई चकबंदी की चाल और लूट के खेल में जिस तरीके से किस्म-किस्म के हथकंडे अपनाकर नियमकानूनों की धज्जियां उड़ाई गई हैं । 

वह न केवल किसान काश्तकारों के साथ छल है बल्कि सरकार द्वारा बनाए गए नियम कानून शासनादेशों के खिलाफ चली गई एक ऐसी चाल है जिसके जरिए चकबंदी अधिकारियों की जेब भर गई लेकिन गरीब किसान काश्तकारों की जेब कट गई। बैठक में पार्टी के बंुंदेलखण्ड प्रभारी का रमेश सिंह सेंगर, शिवकुमार मिश्र,का अश्वनी कुमार,राम मिलन प्रजापति, का सुशील, रामस्वरूप,कल्लू वर्मा,रामनरेश, राजेंद्र प्रसाद,भूरा, अजयपाल आदि के अलावा त्रिवेणी-सिलेहटा से आए कई दर्जन काश्तकार मौजूद रहेंगे ।