आईपीएल 2022 के 60वें मैच में पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) को 54 रन से हरा दिया। इस हार के साथ बैंगलोर पर प्लेऑफ की रेस से बाहर होने का खतरा मंडराने लगा है, क्योंकि टीम का नेट रन रेट माइनस में है। वहीं, पंजाब ने अपने उम्मीदों को जिंदा रखा है। पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में पंजाब की टीम ने नौ विकेट गंवाकर 209 रन बनाए। पंजाब की टीम में मौजूद इंग्लैंड के दो विस्फोटक बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो और लियाम लिविंगस्टोन ने आरसीबी के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की।
बेयरस्टो ने 29 गेंदों पर 66 रन और लिविंगस्टोन ने 42 गेंदों पर 70 रन की पारी खेली। जवाब में बैंगलोर की टीम 20 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 155 रन ही बना सकी। कगिसो रबाडा और ऋषि धवन की घातक गेंदबाजी से बैंगलोर की टीम उबर नहीं सकी। रबाडा ने तीन और ऋषि धवन ने एक ही ओवर में आरसीबी के कप्तान फाफ डुप्लेसिस और महिपाल लोमरोर को पवेलियन भेजा।
टर्निंग प्वाइंट्स
1. महत्वपूर्ण ओपनिंग साझेदारी: बेयरस्टो और शिखर धवन ने मिलकर पहले विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की। यह इस सीजन सातवीं बार है जब किसी टीम ने बैंगलोर के खिलाफ 50 प्लस रन की ओपनिंग साझेदारी की है। बैंगलोर की टीम इस मामले में टॉप पर है। वहीं, दूसरे नंबर पर मुंबई इंडियंस है। शिखर धवन 15 गेंदों पर 21 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, बेयरस्टो ने तूफानी पारी खेली। उन्होंने 21 गेंदों पर अर्धशतक लगाया, जो कि आईपीएल में उनके द्वारा लगाई गई फास्टेस्ट फिफ्टी है। इससे पहले 2019 में बेयरस्टो ने हैदराबाद से खेलते हुए बैंगलोर के खिलाफ ही 28 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा था। बेयरस्टो 29 गेंदों पर चार चौके और सात छक्के की मदद से 66 रन बनाकर आउट हुए।
2. मध्यक्रम में लिविंगस्टोन की तूफानी पारी: लिविंगस्टोन ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित की। उन्होंने 42 गेंदों पर पांच चौके और चार छक्के की मदद से 70 रन बनाए। बेयरस्टो और लिविंगस्टोन के अलावा पंजाब का कोई बल्लेबाज नहीं चल सका। टीम के पांच बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। जितेश नौ रन, हरप्रीत सात रन, राजपक्षे एक रन, ऋषि सात रन और राहुल चाहर दो रन बनाकर आउट हुए।
3. हेजलवुड की जमकर हुई धुनाई: बैंगलोर के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने चार ओवर के कोटे में 64 रन लुटाए। यह टी-20 क्रिकेट में उनके द्वारा लुटाए गए सबसे ज्यादा रन हैं। इससे पहले आईपीएल 2021 में चेन्नई की ओर से खेलते हुए हेजलवुड ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 54 रन लुटाए थे। हेजलवुड बैंगलोर की ओर से इस सीजन कंसिस्टेंट परफॉर्मर रहे हैं और उनका इस मैच में न चलना बैंगलोर की हार का मुख्य कारण बना। हेजलवुड के नाम नौ मैचों में 13 विकेट हैं।
4. कोहली एकबार फिर फ्लॉप: 210 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी बैंगलोर की टीम के लिए जरूरी था कि विराट कोहली का बल्ला चले। पहले कुछ ओवरों में विराट ने दो चौके और एक छक्का लगाया तो लगा कि विराट कुछ स्पेशल कर सकते हैं, लेकिन फिर कगिसो रबाडा की गेंद पर वह राहुल चाहर को शॉर्ट फाइन लेग पर कैच थमा बैठे। इसके बाद कोहली का रिएक्शन देखने लायक था। कोहली एक बार फिर फेल रहे और 14 गेंदों पर 20 रन बनाकर आउट हुए।
5. डुप्लेसिस-लोमरोर का एक ओवर में आउट होना: इसके बाद रही सही कसर ऋषि धवन ने पूरी कर दी। ऋषि ने पांचवें ओवर में कप्तान फाफ डुप्लेसिस और महिपाल लोमरोर दोनों को पवेलियन भेज बैंगलोर को बैकफुट पर धकेल दिया। डुप्लेसिस 10 रन और लोमरोर छह रन बनाकर आउट हुए। पंजाब के खिलाफ मैच से पहले बैंगलोर ने पावरप्ले में अच्छी बल्लेबाजी की थी। इस मैच को छोड़कर उससे पहले पिछले चार मैचों में पावरप्ले में यानी चार मैचों के 24 ओवर में बैंगलोर ने सिर्फ तीन विकेट गंवाए थे। वहीं, पंजाब के खिलाफ मैच में बैंगलोर ने पांच ओवर में ही तीन विकेट गंवा दिए।
6. मैक्सवेल-कार्तिक का सस्ते में आउट होना: ग्लेन मैक्सवेल ने पंजाब के खिलाफ शुरुआत तो बेहतरीन तरीके से की, लेकिन उसे बड़ी पारी में नहीं तब्दील कर सके। मैक्सवेल 22 गेंदों पर 35 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें हरप्रीत बरार ने अर्शदीप के हाथों कैच कराया। वहीं, इस सीजन बेहतरीन फॉर्म में चल रहे दिनेश कार्तिक भी मैच फिनिश वाला अपना रोल बखूबी नहीं निभा सके और 11 गेंदों पर 11 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद तो बैंगलोर की हार महज औपचारिकता रह गई थी।
दोनों कप्तानों का प्रदर्शन
पंजाब के कप्तान मयंक अग्रवाल का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए मयंक के सामने एक अच्छी शुरुआत को बेहतरीन तरीके से फिनिश करने का दायित्व था। मयंक जब मैदान पर उतरे तो स्कोर 9.1 ओवर में तीन विकेट पर 101 रन था। लिविंगस्टोन क्रीज पर मौजूद थे। ऐसे में मयंक को एंकर को रोल निभाना था, लेकिन मयंक ने आते ही आक्रामक शॉट लगाना शुरू किया। तीन चौके लगाने के बाद हर्षल पटेल ने उन्हें हसरंगा के हाथों कैच कराया। मयंक 16 गेंदों पर 19 रन बना सके।
वहीं, बैंगलोर के कप्तान डुप्लेसिस भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। शानदार फॉर्म में चल रहे डुप्लेसिस के सामने पहाड़ जैसा लक्ष्य था और वह इसका दबाव नहीं झेल सके। पांचवें ओवर में ऋषि धवन की गेंद पर बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में बल्ले का किनारा लगा बैठे और विकेटकीपर जितेश शर्मा ने उनका आसान कैच लपका। डुप्लेसिस आठ गेंदों पर दौ चौके की मदद से 10 रन बना सके।
पंजाब के लिए मैच में क्या कुछ रहा खास
सकारात्मक पक्ष: बेयरस्टो का फॉर्म में आना पंजाब के लिए प्लस प्वाइंट है। शुरुआती कुछ मैचों में बेयरस्टो के बल्ले से रन नहीं निकले थे। इसके बाद उन्हें प्रमोट कर ओपनिंग भेजा गया। अब पिछले दो मैचों में उन्होंने लगातार अर्धशतक जड़ा है। ऐसे में टीम ने राहत की सांस ली होगी। वहीं, लिविंगस्टोन इस सीजन पंजाब के लिए लगातार रन बना रहे हैं और मध्यक्रम की पूरी जिम्मेदारी अपने मजबूत कंधों पर ले रखा है। गेंदबाजी में रबाडा और ऋषि धवन की जोड़ी हिट रही है। वहीं, अर्शदीप हमेशा की तरह इस मैच में भी किफायती साबित हुए। शुरुआती कुछ ओवरों के अलावा अर्शदीप डेथ ओवर्स में भी बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे हैं। उन्होंने एक विकेट भी चटकाया।
नकारात्मक पक्ष: जब से मयंक मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने आने लगे हैं, तब से उनके बल्ले से कोई ऐसी पारी नहीं निकली है, जिससे लोग उनकी तारीफ कर सकें। विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा भी शुरुआती कुछ मैचों में अपना जलवा दिखाने के बाद कुछ खास नहीं कर सके हैं। लोअर ऑर्डर में किसी मैच फिनिशर का न होना पंजाब के लिए चिंता का विषय है। फिलहाल ये जिम्मेदारी जितेश के अलावा हरप्रीत और ऋषि के कंधों पर है। गेंदबाजी में राहुल चाहर ने दो विकेट तो लिए, लेकिन इसके लिए 37 रन भी लुटाए। उनकी गेंदबाजी में पहले जैसी धार नहीं दिखी।
बैंगलोर के लिए मैच में क्या कुछ रहा खास
सकारात्मक पक्ष: वनिंदु हसरंगा और हर्षल पटेल ने हमेशा की तरह इस मैच में भी अपना जलवा बिखेरा। हसरंगा ने चार ओवर के अपने कोटे में सिर्फ 15 रन देकर दो विकेट झटके। वहीं, हर्षल ने चार ओवर में 34 रन देकर चार विकेट लिए। आखिरी यानी 20वें ओवर में हर्षल ने सिर्फ चार रन दिए और दो विकेट झटके। बल्लेबाजी में मैक्सवेल और रजत पाटीदार के अलावा कोई बल्लेबाज फॉर्म में नहीं दिखा। पाटीदार ने 21 गेंदों पर 26 रन की पारी खेली।
नकारात्मक पक्ष: जोश हेजलवुड का न चलना टीम के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक रहा। वहीं, सिराज हमेशा की तरह इस मैच में भी फ्लॉप रहे। टीम मैनेजमेंट उन्हें लगातार मौके दे रहा है और वह लगातार इसे बरबाद करते जा रहे हैं। सिराज ने दो ओवर में 36 रन लुटाए। टीम मैनेजमेंट पर शायद इस बात का दबाव है कि सिराज को रिटेन किया गया है।
वहीं, बैंगलोर का कोई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। कोहली 20 रन, डुप्लेसिस 10 रन, पाटीदार 26 रन, लोमरोर छह रन, मैक्सवेल 35 रन और कार्तिक 11 रन बनाकर आउट हुए। शाहबाज नौ रन और हर्षल भी 11 रन बनाकर आउट हुए। आखिरी में सिराज का नौ रन और हेजलवुड का सात रन बनाकर नाबाद रहना टीम को जिताने के लिए काफी नहीं था।