जिला व्यापार मण्डल ने भेजा केन्द्रीय सड़क व परिवहन मंत्री को ज्ञापन

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

देश भर में अविलम्ब टोल टैक्स समाप्त किया जाये: शीतल टण्डन

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल जनपद इकाई ने आज केन्द्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को ज्ञापन भेजकर देश भर में अविलम्ब टोल टैक्स समाप्त किये जाने की मांग की है। जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन ने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि पूरे देश में राष्ट्रीय व प्रदेशीय राजमार्गों पर बनाये गये टोल टैक्स केन्द्रों पर जिस तरह से टोल प्लाजा के संचालक अपनी मनमर्जी से यात्रियों से टोल टैक्स वसूलते हैं। यह बिल्कुल भी उचित नहीं है। टोल व्यवस्था में भ्रष्टाचार असहनीय हो गया है और यह एक प्रकार से प्रवेश कर की पुनरावृत्ति है। 

उन्होंने बताया कि देश का उद्योग व व्यापार जगत व देश का प्रत्येक नागरिक किसी न किसी रूप में सरकार को राजस्व दे रहा है और इस राशि से देश का विकास, सड़कों का निर्माण और रखरखाव होता है। इस टैक्स की मदों में जी.एस.टी., आयकर, सेवाकर, प्रवेश कर, मण्डी शुल्क व अनेक प्रकार के टैक्स केन्द्र व राज्य सरकार, विभिन्न मदों में एकत्रित करती है। सड़क पर जो वाहन चलते हैं, उनमें छोटे वाहन से लेकर बड़े भारी वाहनों की खरीद पर आर.टी.ओ विभाग द्वारा एक बड़ी धनराशि आजीवन टैक्स के रूप में ली जाती है। यह धनराशि सड़कों के निर्माण व रखरखाव में खर्च होती है। अतः टोल टैक्स लेना सरकार की वायदा खिलाफी है। टोल प्लाजा के कारण लगने वाले टैªफिक जाम व अनेक आंदोलनों के अवसर पर आंदोलनकारियों द्वारा टोल प्लाजा पर धरना लगा दिया जाता है इससे यात्रियों को बेहद असुविधा होती है। टोल प्लाजा के कर्मचारियों का व्यवहार भी अच्छा नहीं होता जिसके कारण कई बार विवाद खड़े हो जाते हैं और टोल व्यवस्था में जाम लगने पर बड़ी संख्या में वाहनों की कतारें लग जाती है। इससे पेट्रोल व डीजल की अनावश्यक खपत होती है। 

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल में आप एक सुयोग्य व लोकप्रिय सदस्य हैं और आपकी कार्यशैली से लोग प्रभावित हैं, लेकिन आपके द्वारा टोल टैक्स समाप्त न किए जाने का रवैया नकारात्मक है। यह किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। व्यापार मण्डल यहां यह भी उल्लेख करना चाहता है कि पिछले माह देश में जीएसटी का संग्रह एक लाख अडसठ हजार करोड़ रूपये हुआ है और आने वाले महीनों में आशा है कि यह संग्रह दो सौ करोड़ रूपये प्रति माह पहुंचेगा। इसमें व्यापार, उद्योग जगत के साथ-साथ देश के उपभोक्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। सरकार के पास राजस्व की कोई कमी नहीं है, सिर्फ आपने जनहित में टोल टैक्स समाप्त करने का निर्णय लेना है। यह सभी के हित में है। 

उन्होंने मांग की कि इस व्यवस्था को तुरन्त समाप्त किया जाये। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में शीतल टण्डन, रमेश अरोडा, राजीव अग्रवाल, दीपक राज सिंघल, मेजर एस.के.सूरी, राकेश गाबा, पवन गोयल,रमेश डावर,संदीप सिंघल, कर्नल संजय मिडढा, बलदेवराज खुंगर, अनिल गर्ग, संजय महेश्वरी, मुरली खन्ना, अशोक मलिक, अभिषेक भाटिया, संजीव सचदेवा, विक्रम कपूर, रवि टण्डन, महेश सेठ, संजय मित्तल, कपिल डावर,अवनीश अग्रवाल, सुधीर कर्णवाल,अरूण गुप्ता, वरियाम खान मुख्य रहे।