नरसिंह भगवान का भक्तवत्सल अवतार : युधिष्ठिर कृष्ण दास

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क  

मथुरा। भगवान विष्णु के नर एवं सिंह के संयुक्त अवतार भगवान नरसिंह के प्राकट्य दिवस को नरसिंह चतुर्दशी के रूप में बड़े ही हर्षोंउल्लास के साथ सम्पूर्ण ब्रजमंडल में मनाया गया। वृन्दावन स्थित चंद्रोदय मंदिर में भगवान् श्रीहरि विष्णु के चौथे अवतार श्री नरसिंह का अवतरण दिवस बडी ही श्रद्धा एवं भक्ति भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर चंद्रोदय मंदिर के भक्तों द्वारा नरसिंह यज्ञ, हरीनाम संकीर्तन एवं महाआरती का भव्य आयोजन किया गया।

चंद्रोदय मंदिर में नरसिंह चतुर्दशी महामहोत्सव पर भगवान् नरसिंह देव के श्रीविग्रह का पूजन सहस्त्रार्चन पुष्पार्चन वैदिक विधि से परंपरा अनुरूप किया गया। इसके उपरांत नरसिंह यज्ञ वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न किया गया।भक्तों को सम्बोधित करते हुए चंद्रोदय मंदिर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष युधिष्ठिर कृष्ण दास ने कहा कि नरसिंह अवतार भगवान् का भक्तवत्सल अवतार है।

 उन्होंने कहा कि भगवान् विष्णु ने दैत्य राज हिरण्यकश्यप से अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा हेतु वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरसिंह अवतार लिया था। भगवान का यह अवतार आधे नर और आधे सिंह का है, जिस कारण से भगवान के इस अवतार को नरसिंह अवतार कहा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक भक्त को भक्त प्रहलाद के चरित्र से निरंतर हरिनाम संकीर्तन की प्रेरणा लेना चाहिये।