बागों की शोभा पीले आम
सुंदर लगते रसीले आम
पेड़ों पर मस्त लटकते हैं
मीठे चहुओर महकते हैं
हवाओं में यूं लहराते हैं
देखकर मन ललचाते है
मनमोहक खिले आम
सुंदर लगते रसीले आम
बिछाकर खाट बगिया में
पहरा देते रात बगिया में
रात भर टपकता आम
हर रोज है पकता आम
कुछ दिनो ही मिले आम
सुंदर लगते रसीले आम
चौसा,किशनभोग,दशहरी ,
लंगड़ा,सफेदा,बिज्जू,कपूरी
फलों का राजा कहलाता आम
बड़ा,बूढ़ा हर कोई खाता आम
सबको भाते चमकीले आम
सुंदर लगते रसीले आम
नूर फातिमा खातून" नूरी"
जिला-कुशीनगर