युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए,
जहां देखू वहां बस तूं ही चाहिए।
तेरी महफ़िल में दीपक जलाऊँ सदा,
मुझे रहमत की तेरी कृपा चाहिए।
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए
जहां देखो वहां तूं ही तू चाहिए।।
आसरा इस जहां में मिले न मिले।
मईया मुझको तो तेरा सहारा चाहिए।
चांद तारे गगन में रहे न रहें,
रूप तेरा नयन में बसा चाहिए।
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए
जहां देखो वहां तूं ही तू चाहिए।।
टेढ़ी मेढी़ डगर जिंदगी की मेरे ,
पग पग पर तेरा आसरा चाहिए ।
पाँव मेरे थके दूर मंजिल तेरी ,
हर पग पर मांँ साथ तेरा चाहिए।
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए
जहां देखो वहां तूं ही तू चाहिए।।
कभी दुख था मिला,कभी दर्द मिला,
अब बदले यही बस दुआ चाहिए।
साथ तेरा मिला और माँगूं मैं क्या,
मइया तेरा ही बस आसरा चाहिए।
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए
जहां देखो वहां तूं ही तू चाहिए।।
मुझको न भुलाना मइया मेरी,
मैं नादाँ सा माँ बालक हूँ तेरा।
गलती मैं करूं चाहें कितनी दफा,
प्यार तेरा मुझे बेपनाह चाहिए।
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए
जहां देखो वहां तूं ही तू चाहिए।।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा