हास्य एक संजीवनी

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

हमारे जीवन में हास्य का बहुत महत्व है ,जिस व्यक्ति के जीवन में विनोद का कोई स्थान नहीं होता उसे दुखी होने के लिए कोई प्रयत्न नहीं करना पड़ता वह तो बिना प्रयास करे हर पल दुखी रह सकता है।

एक पल की मुस्कुराहट अथवा कुछ मिनट ही खुलकर हंसना आपके जीवन की दशा बदलने में सक्षम होता है।

हास्य से से होने वाले परिवर्तनों से मनुष्य को प्रसन्नता की अनुभूति होती है, और मन की इसमें बहुत अहम भूमिका है।

हमारी सोच के अनुसार ही हमारे शरीर की रासायनिक संरचना प्रभावित होती है। सकारात्मक विचार अच्छा संदेश डालते हैं और नकारात्मक हमारी मनोदशा पर बुरा प्रभाव छोड़ते हैं, हंसना एक ऐसी प्रक्रिया है‌ जो मानव शरीर पर सकारात्मक असर छोड़ती है हंसने के समय मन की प्रक्रिया गौण  हो जाती हैं, हंसने वाला कोई भी सोच ,सोचने से बाहर की अवस्था में पहुंच जाता है।

जो एक तरह से ध्यान की अवस्था होती है।

अब हमारे मन में सवाल है आता है कि हमारे मन पर हंसने का नकारात्मक प्रभाव क्यों नहीं पड़ता कारण स्पष्ट हैअ- मन की अवस्था हमें सुख-दुख राग -द्वेष आदि परस्पर विरोधी भावनाओं से पूर्णतया आजाद कर देती है। और यह अवस्था परमानंद की अवस्था होती है। वैसे भी हंसने का संबंध प्रसन्नता से है और जब हम प्रसन्न होते हैं तभी हंसते हैं यदि हम बिना बात के भी हसेंगे तो हमारी नस नाडियाँ सभी प्रभावित होती हैं और हमारे शरीर पर इसका नकारात्मक असर हो ही नहीं सकता।

हमारे शरीर की संरचना ऐसी है प्रसन्नता हमारे शरीर पर स्वास्थ्य के अनुकूल ही असर डालती है।

योग सूत्र में महर्षि पतंजलि ने योग की  परिभाषा दी है वह है

" योग: चित्त वृत्ति निरोध:"।

अर्थात चित् वृत्ति पर नियंत्रण करना ही योग कहलाता है।

हंसने से विशेष रूप से खिलखिला कर हंसने से तथा जोरदार ठहाका लगाने से हमारे मन की चंचलता पूर्ण रूप से खत्म हो जाती है। चाहे वह थोड़ी देर के लिए ही क्यों ना हो मन की चंचलता पर क्षणिक नियंत्रण एक अद्वितीय घटना है।

हंसना एक छोटा सी प्रक्रिया है जो हमारे शरीर और मन पर बहुत देर तक प्रभाव छोड़ता है हंसने से व्यायाम के लाभ भी मिलते हैं जोर से हंसने से स्वास्थ्य प्रक्रिया भी प्रभावित होती है योगासन और प्राणायाम दोनों का काम हंसने से हो जाता है हंसने से शरीर में अतिरिक्त कैलरीज खर्च हो जाने से वजन भी कम होता है‌

हंसनेसे होने वाले फायदों  मैं पहले ही आपको बता चुकी हूं।

हंसना अपने आप में एक पूर्ण व्यायाम है जिससे शरीर की सभी नस नाडियां खुलती हैं आपकी थकावट दूर होती है शरीर में ताजगी उत्पन्न होती है खुलकर हंसने से फेफड़े गले और मुंह की अच्छी कसरत हो जाती है पेट एवं छाती के स्नायु मजबूत होते हैं डायफ्राम मजबूत होता है। हंसने से शरीर में खून का दौरा सही होता है।

जिससे हमारे चेहरे पर रौनक आती है जो अधिक हंसता है उसका चेहरा उतना ही दमकता है शरीर में जितनी अधिक मात्रा में ऑक्सीजन का अवशोषण होता है उतनी ही अधिक ऊर्जा उत्पन्न होती है और जितनी अधिक ऊर्जा उत्पन्न होगी हम उतने ही अधिक स्वस्थ और रोग मुक्त होंगे इस प्रकार हंसना जीवन का एक उच्चारण एवं पोषक तत्व है

हंसने से जीव रसायनिक शरीर की रचना में परिवर्तन आता है हंसने से तनाव उत्पन्न करने वाले हार्मोन नियंत्रित रहते हैं हंसना स्वाभाविक रूप से एक दर्द निवारक औषधि का भी काम करता है।

एक छोटी सी हंसी से इतने फायदे हैं तो क्यों ना हम आज से खुद भी हंसो और औरों को भी हंसाए।

आपको जब भी मैं हो मौका मिले खुलकर हंसी है हंसने से होने वाली सभी फायदे को आप अपने जीवन में उतारिए मुझे आशा है आप हंसी द्वारा अपनी बीमारियों को ठीक कर पाएंगे और तनावमुक्त भी हो पाएंगे।

        रचनाकार ✍️

        मधु अरोरा