पुलिस अधीक्षक के सपनों को साकार करने में खरे उतर रहे हैं थाना अध्यक्ष गाजीपुर

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

अनिल श्रीवास्तव/संदीप कुमार

72 घंटे तो क्या महज 5 घंटे में थाना अध्यक्ष के खौफ से फरार दोनों अभियुक्तों ने किया आत्मसमर्पण

बेहतर कार्यशैली के चलते पुलिस अधीक्षक ने थाना अध्यक्ष की थपथपाई पीठ

फतेहपुर। जनपद के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने समस्त थाना अध्यक्षों को चेतावनी देते हुए कहा था कि जनपद को अपराध मुक्त करने का मेरा सपना साकार होना चाहिए। जनपद के 19 थानों में उनका सपना भले ही साकार होता नजर ना आ रहा हो किंतु गाजीपुर थाना अध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक के सपनों को साकार करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रखी है। मालूम रहे कि बहादुरपुर गांव में मामूली विवाद के चलते दो मिश्रा बिरादरी आपस में वर्चस्व की जंग को लेकर भिड़ गए थे जिसमें अतुल मिश्रा की लाठी-डंडों से विपक्ष पार्टी ने बुरी तरह से पिटाई कर दी थी जिसके फल स्वरुप अतुल मिश्रा की गैर जनपद के अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने घटना के संबंध में मुकदमा पंजीकृत करते हुए घटना के 24 घंटे के अंदर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया था। अतुल मिश्रा की मारपीट में हुई मौत को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने फरार चल रहे दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी न होने पर गाजीपुर कस्बे में दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर जाम लगा दिया था। जाम की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी सदर और छेत्र अधिकारी जाफर गंज के सामने थाना अध्यक्ष नीरज यादव ने 72 घंटे का समय लेते हुए दोनों फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी का आश्वासन देते हुए जाम खोलने का जाम कर्ताओं से अनुरोध किया था। हैरत की बात तो यह है कि थाना अध्यक्ष ने फरार अभियुक्तों के अंदर शोले फिल्म के गब्बर जैसा इतना खौफ पैदा कर दिया था कि अभियुक्तों की थाना अध्यक्ष के खौफ से उनकी रूह कांप उठी थी और फरार दोनों अभियुक्त थाना अध्यक्ष के खौफ से घबराकर खुद थाने में आकर आत्मसमर्पण कर दिया है। बहरहाल कुछ भी हो थाना अध्यक्ष नीरज यादव की बेहतर कार्यशैली की सराहना करते हुए पुलिस अधीक्षक भी नहीं थक रहे हैं।