अनिल श्रीवास्तव
आखिरकार पटेल नगर के एक मेडिकल स्टोर पर क्यों मेहरबान एंटी सर्जन
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी हाल ही में अपना बड़ा बयान जारी करते हुए कहा था कि जिस विभाग में भ्रष्टाचार की तूती बोलती नजर आई तो संबंधित विभाग और उपरोक्त कर्मचारी हो चाहे अधिकारी हो को भ्रष्टाचार में लिप्त मानते हुए उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। सूबे के मुखिया का सपना भले ही उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों में साकार होता नजर आ रहा हो किंतु इस जनपद के जिला अस्पताल में कार्यरत एंटी सर्जन नाक, कान, गला उनके निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जनपद में दो दिवसीय दौरे पर आए नोडल अधिकारी ने जिला अधिकारी अपूर्व दुबे के साथ जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था और सभी डॉक्टरों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि किसी भी मरीज के तीमारदारों को बाहर की दवा लिखने के लिए अथवा मगाने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा किंतु नोडल अधिकारी और जिला अधिकारी की कड़ी चेतावनी के बावजूद भ्रष्टाचार में लिप्त एंटी सर्जन जिला अस्पताल की नहीं बल्कि अपने कमीशन के चलते एक चहेते पटेल नगर में स्थित एक मेडिकल स्टोर में मरीजों का इलाज करवाने का दबाव बनाकर दिन और तारीख निश्चित कर देते हैं मरता क्या न करता उसको इलाज कराना है तो डॉक्टर की बात मानना मजबूरी है।