युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
सीतापुर। महमूदाबाद का मुहर्रम दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां अजादारी की परम्परा करीब 200 साल पुरानी है। कोरोना संकट के बीच इस बार मुहर्रम के लिए यहां खास तैयारियां चल रही हैं। सोमवार को मुतवल्ली वक्फ राजा मोहम्मद अमीर मोहम्मद खान, नायब मुतवल्ली मुंतजिम वक्फ मदरसा अहमदिया महमूदाबाद व प्रो. अली खान ने आगामी मुहर्रम को लेकर वर्चुअल सभा आयोजित की। इस सभा में परंपरागत जुलूस व मजालिस को लेकर चर्चा हुई। जिसमें दोनों वक्फों के कर्मचारियों, स्थानीय अंजुम हैदरी, अंजुमन सज्जादिया, अंजुमन अब्बासिया के पदाधिकारी भी शामिल हुए। राजा महमूदाबाद मोहम्मद अमीर मोहम्मद खान ने कहा, वैश्विक महामारी कोविड-19 को लेकर केन्द्र व प्रदेश सरकार की ओर से जारी सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन के सहयोग से मोहर्रम के परंपरागत जुलूस और मजालिस का आयोजन किया जाएगा। जिसमें आनलाइन दर्शन और संबोधन की अतिरिक्त व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी। बता दें कि इस बार 30 अगस्त को मुहर्रम मनाया जाएगा। वर्चुअल मीटिंग में स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस लोगों को ताजिया बेचने से रोक रही है। यहां तक कि घरों के अंदर ताजिया रखने पर भी पाबंदी लगायी जा रही है। जिस पर पदाधिकारियों ने इस संबंध में शासन-प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगने का आश्वासन दिया। पदाधिकारियों ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर ताजिया रखना या जुलूस निकालना मना है, लेकिन घरों के अंदर मुहर्रम का आयोजन या ताजिया रखने पर कोई मनाही नहीं होनी चाहिए।