बजट का बेसब्री से इंतजार

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण  01 फरवरी 2024 को संसद में अंतरिम बजट 2022 पेश करेंगी। इस अंतरिम बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बाजार में विकास को बढ़ावा देने वाले कई पहलुओं पर दांव लगा सकती हैं।  निवेशकों और बाजार पर्यवेक्षकों को उम्मीद है कि अंतरिम बजट में वित्तमंत्री की ओर से होने वाली घोषणाओं से आगामी वित्त वर्ष के लिए सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में बहुत हद तक जानकारी मिलेगी। हालांकि बाजार के जानकारों का मानना है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने छठे बाजट में कोई बड़ी घोषणा नहीं करेंगी, क्योंकि यह अंतरिम बजट है। 

आने वाला बजट वोट ऑन अकाउंट होगा, लेकिन ये चुनाव से पहले आ रहा है इसलिए सरकार पूरी कोशिश करेगी कि समाज के ज्यादा से ज्यादा वर्गों तक लाभ पहुंचे. सरकार के चार-पांच चीजों पर ध्यान देने की संभावना है जिसका संकेत प्रधानमंत्री अपने भाषणों में पहले दे चुके हैं। युवा से संबंधित घोषणा की ज्यादा संभावना है, भारत में लगभग 65 प्रतिशत आबादी 35 साल से कम है, इसलिए युवाओं के लिए रोजगार, शिक्षा या कुछ न कुछ सुनने को मिल सकता है। 

भारत में लगभग 23 प्रतिशत महिलाएं देश की आर्थिक गतिविधियों में योगदान देती हैं, तो महिलाओं को आगे लाने का कदम उठाया जा सकता है फिर वो आमदनी, महिला रोजगार या किसी अन्य विषय की घोषणा कर सकती है। क्योकि यह बजट केन्द्र सरकार के कार्यकाल को पूरा कर नई शुरूआत वाला बजट होगा इसलिए इसका आम से लेकर खास सभी संवर्ग को बेसब्री से इंतजार है। केंद्रीय बजट 2024 में वित्तीय वर्ष के लिए सरकारी व्यय और अनुमानित प्राप्तियों का विवरण शामिल होगा। 

बजट आगामी वित्तीय वर्ष के लिए आवंटित किया जाता है, जो 1 अप्रैल से अगले वर्ष 31 मार्च तक चलता है।चूंकि लोकसभा चुनाव आने वाले साल की शुरुआत में होने वाले हैं, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अब कोई बड़ी घोषणा नहीं करेंगी, जबकि वह 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2024 पेश करेंगी। आम चुनावों और नए प्रशासन की यथास्थिति के बाद, पूरा बजट खोजा जा सका। 

खर्च, राजस्व, वित्तीय घाटा, वित्तीय वर्ष का समग्र प्रदर्शन और आधुनिक प्रबंधन के बाद के वित्तीय वर्ष की अपेक्षाओं के अनुमान आम तौर पर एक विशिष्ट बजट में संरक्षित होते हैं। हालाँकि, इसमें कोई भी अच्छे आकार की नीतिगत घोषणाएँ शामिल नहीं हो सकतीं। बहरहाल चुनाव से पूर्व इस बजट में सात प्राथमिकता वाले क्षेत्रों का भी जिक्र किया गया है।  

सतत विकास, वित्तीय क्षेत्र, बुनियादी ढांचा और निवेश, क्षमता को उजागर करना, युवा शक्ति, अंतिम मील तक पहुंच और समावेशी विकास शामिल किया गया है।केंद्रीय बजट को लेकर सभी भारतीय नागरिक उत्साहित हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि आगामी बजट में उनके लिए लाभकारी योजनाएं, पुरस्कार कार्यक्रम और प्राथमिकताएं शामिल होंगी। 

अनुमान है कि इस नए केंद्रीय बजट 2024-2025 में 2023 के बजट की तरह ही टैक्स स्लैब 5 हो सकता है। उम्मीद है कि वित्त मंत्री टैक्स सीमा छूट को 3.5 लाख तक बढ़ा सकते हैं। उम्मीद है कि सभी लोगों को इसके लिए रुपये चुकाने होंगे। वे सभी लोग जिन्होंने रु. 3.5 लाख से 6.5 लाख तक के लोगों को वित्तीय वर्ष के लिए अपनी कुल कर योग्य आय का 5 प्रतिशत कर देना होगा। वह व्यक्ति जिसने वित्तीय वर्ष में 7 लाख से 9.5 लाख तक की कमाई करने वालों को उस वित्तीय वर्ष की कुल कर योग्य कमाई पर 10 प्रतिशत टैक्स देना पड़ता है, और जिन लोगों ने रुपये कमाए हैं।

 9.5 लाख से 13 लाख तक 15 प्रतिशत का भुगतान करना होगा, सभी लोगों ने 13 लाख से 20 प्रतिशत का भुगतान करने के लिए 16 लाख रुपये, और 16 लाख और उससे अधिक को वित्तीय वर्ष की कुल आय पर 30 प्रतिशत टैक्स देना होगा। आगामी बजट को लेकर आम लोगों को उम्मीद है कि इस बार उन्हें सरकार की तरफ से थोड़ी राहत दी जाएगी। चूंकि यह बजट चुनावों से पहले आने वाला बजट है ऐसे में सरकार के लिए भी यह बजट काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। 

चुनावी साल होने के कारण सरकार द्वारा अपने वोट बैंक को भुनाने के लिए आम बजट में लोगों को खुश को लेकर ऐलान किए जाने की उम्मीद की जा रही है। नौकरीपेशा यानी सैलरी क्लास से लेकर, महिलाएं, किसान, टैक्सपेयर्स और युवावर्ग तक के लोग इस बार के बजट में सरकार से राहत की उम्मीद कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जब बजट 2024 पेश करेंगी तो उनके लिए कोई खास ऐलान किया जा सकता है। आम बजट 2024 से सबसे ज्यादा देश के टैक्सपेयर्स  को उम्मीदें है। टैक्स के बोझ तले दबे लोगों को पिछले कई सालों से टैक्स के मोर्चे पर बदलाव की उम्मीद है। 

इसके अलावा देश के गरीब वर्ग के लोगों, किसानों को ये उम्मीद है कि उन्हें बजट में महंगाई को मोर्चे पर राहत दी जाएगी।सरकार की ओर से अभी तक कुछ भी साफ नहीं किया गया है कि इसबार के बजट में क्या-क्या ऐलान हो सकता है. हालांकि, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले मोदी सरकार के आगामी बजट 2024 में कोई बड़ी घोषणा नहीं होगी. इस बात पर जोर दिया है कि सरकार की नीतियां युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों के कल्याण को प्राथमिकता देंगी।

 एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी के बारे में काफी फोकस रखा गया है। ऐसे में लोगों की नजर इन सभी वर्गों के लिए होने वाले फैसलों पर रहेगी। अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अंतरिम बजट में धार्मिक पर्यटन को लेकर होने वाले ऐलानों पर सभी की नजर रहेगी। यही नही दक्षिण भारत के मतदाताओं को लुभाने के लिए अंतरिम बजट में क्या होने वाला है। इस पर लोगों की खास नजर रहेगी। 

उम्मीद जताई जा रही है कि निर्मला सीतारमण के छठवें बजट में पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए खाका खींचा जा सकता है। भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर है। आर्थिक जगत अंतरिम बजट से उम्मीद लगाए बैठा है कि इस दिशा में बडी घोषणा की जा सकती है। विपक्ष सरकार पर नौकरियों और महंगाई को लेकर हमेशा हमलावर रहा है। ऐसे में वित्त मंत्री से उम्मीद रहेगी कि वह नई नौकरियों  तथा आम जरूरतों को लेकर कोई योजना पेश करें।

 कई राज्यों द्वारा ओल्ड पेंशन सिस्टम को लागू करने के बाद देश में न्यू पेंशन सिस्टम को लेकर बहस छिड़ गई है। अंतरिम बजट से उम्मीद है कि वह पेंशन सिस्टम को लेकर केन्द्रीय बजट में कोई बड़ी घोषणा की जा सकती है। अंतरिम बजट में महिला किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि दोगुनी होगी या नहीं। इस सवाल का जवाब हर कोई तलाश रहा है।

 वित्त मंत्री ग्रामीण इलाकों के गरीबों के लिए किसी विशेष योजना का ऐलान कर सकती है। हालांकि चुनावी बजट होने के कारण जनता को सरकार से भारी राहत की उम्मीद है। ऐसे में हर कोई उस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2024 पेश करेंगी. इस बार वित्त मंत्री के बजट के पिटारे से क्या-क्या निकलेगा, ये तो बजट पेश होने पर ही पता चल पाएग।