समस्त गरीब भूमिहीन ग्रामवासीगण की मांगों को लेकर तीन दिन धरना प्रदर्शन

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

आजमगढ़ : डॉ. अम्बेडकर पार्क में समस्त गरीब भूमिहीन ग्रामवासीगण ग्राम गम्भीरबन, परगना-निजामाबाद, तहसील- सदर जिला-आजमगढ़ की मांगों को लेकर तीन दिन धरना प्रदर्शन होगा। हम गरीब भूमिहीन किसानों को शासन के मंशा के अनुसार अपने व अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिये भूमि आवंटन वर्ष 1970, 1976 व 2003 में किया गया था। 

जो गांव चकबंदी के दौरान होने के कारण विकृति का आवंटन की भूमि का अनुपालन चकबन्दी के समस्त अभिलेखों में किया गया था। वर्ष 2018 में गॉव का धारा 6(1) का प्रकाशन अभिलेखों में भू-माफियाओं द्वारा फर्जी  फ्राड कर हजारो एकड़ जमीन दर्ज करने तथा अभिलेख जीर्ण-शीर्ण होने के कारण कर दिया गया। 

धारा 6(1) करने बाद समस्त अभिलेखों का तहसील में अनुपालन कराया गया। 

किन्तु कुछ भाफियों के मिली भगत व विरोध करने के कारण तथा गॉव के ही संजय पुत्र उमादत्त के किसी प्रदेश मुख्यालय मे नियुक्त सचिव /आई0ए0एस0 अधिकारी द्वारा जिले के सम्बन्धित अधिकारियों के उपर फोन करके अनाधिकृत दबाव बनाये जाने के कारण उपजिलाधिकारी द्वारा हम प्रार्थीगण के शासन की मंशा /शासनादेश के क्रम में स्वीकृत आवंटन का अनुपालन दबाव वश नही किया गया जा रहा है। उप जिलाधिकारी महोदय द्वारा यह कहकर साफ मना किया जा रहा है कि मेरे उपर बहुत दबाव है। 

मैं इसका अनुपालन नही करा पाउंगा, जिसके क्रम में पूर्व में भी माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ श्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज जिलाधिकारी आजमगढ़, उप जिलाधिकारी सदर आदि समस्त सम्बन्धित अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया गया, किन्तु कोई कार्यवाही नहीं की गयी। दिनांक-03.11.2023 व दिनांक-23.11.2023 को मजबूर होकर आज दिनांक-18.12.2023 को धरना प्रदर्शना करने की सूचना उप जिलाधिकारी महोदय सदर को दी गयी थी। हम गरीब भूमिहीन किसानों के अधिकारों के साथ अनदेखी किया जा रहा है। हम आज के समय में रोड पर आ चुके है।

 हम लोगों के पास एक भी कड़ी  जमीन आज के समय में नहीं बची है कि खेती-बारी कर अपना व अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके। हम लोग हताश-निराश, मजबूर होकर तहसील प्रशासन के शीथिल रवैये व हम लोगों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ करने के कारण हम लोग धरना प्रदर्शन आमरण अनशन करने के लिए बाध्य हैं। यदि हम लोगों की मांग पूरी नहीं की गयी तो मजबूर होकर आमरण अनशन करने को बाध्य होगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन व शासन की होगी। 

धरना में बैठे आशुतोष सिंह प्रधान पति, धु्रव राम,  सतेन्द्र चौहान, सिहासन राम,महेश राम, रमेश कुमार, प्रकाश सागर, रामदुलारे, अंगद राजभर, राधेश्याम, दूधनाथ, सुनील, रविन्द्र यादव, रामदुलारे, रामहरख यादव, राजेश कुमार, गुलाब, गुलाबी, गीता देवी, लीलावती देवी, बदरी राम, रामअवध आदि सैकड़ो की संख्या में उपस्थित रहे।