गौरैया संस्कृति संस्थान द्वारा विवाह संस्कार गीत की कार्यशाला का समापन

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ : संस्था की संस्थापक रंजना मिश्रा ने बताया कि आज को पा वरिष्ठ लोकगायिका रीना टण्डन जी के द्वारा सिखाए गए विवाह संस्कार गीत की प्रस्तुतीकरण अवध शिल्प ग्राम में अवध महोत्सव के मंच पर हुआ। जिसमें देवी गीत - से शुभारंभ कर गारी ज्योनार तक विवाह गीत गाए गए।

तिलक-ठग लिए भइया हमारे..सेहरागीत-तुम पहनो नौशे साहब...जयमाल गीत-सिया कर सोहे जयमाल...भांवर गीत-बहना घूमों री भांवर साथ रे....आदि गीत गाए गए। शुभारंभ कर देवी गीत के बाद तिलक, मेंहदी,सुहाग, विवाह, जयमाल, भांवर, ज्योनार, गारी,नकटा इत्यादि गीत गाए व उसकी प्रस्तुतिकरण भी हुई।

ऑनलाईन कार्य शाला में गुङगांव से भारती श्रीवास्तव, चंडीगढ से शशि वर्मा, हैदराबाद से आशा श्रीवास्तव,सतना से आशा तिवारी रचना,शिखा श्रीवास्तव, सुमन शर्मा,कानपुर से कल्पना सक्सेना,आदि लोक न आ सके परन्तुआनलाइन कार्यक्रम में आनंद लिए अपॆणा सिंह, सुषमा प्रकाश, कविता सिंह, अनिता,शशि सिंह,रचना रश्मि उपाध्याय,संगीता,नीलम,सुनीता,आभा मिश्रा,सहित लगभग 30 महिलाएं कार्यक्रम में उपस्थित रही । ढोलक पर टीटू व की बोर्ड पर राजेंद्र ने साथ दिए। सभी जनता कार्यक्रम का खूब सराहना किए और विवाह संस्कार के गीत का आनंद उठाएं व ऐसे कायॆक्रम और होने चाहिए जिससे हमारी परम्परागत संगीत और समृद्ध हो और नए युवावरग तक पहुंच सके।