युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
नवजागरण है जो बताती है,
खूबसूरत व बेहतरीन,
प्रतीक बनकर हमेशा,
सही रास्ता दिखातीं है।
यह सबकुछ सीखने की,
ताक़त से सम्भव है।
नहीं तो यह दुनिया में,
सबसे बड़ा असम्भव है।
यह एक बड़प्पन है,
सौन्दर्य को हमेशा सराहा गया,
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
यह नवीन जोश और उत्साह से,
सना हुआ उपहार है।
नम्रता से कहा गया,
सबसे उन्नत संस्कार है।
समग्र विकास का दीपक है,
सबसे उत्तम व्यवहार है,
कहलाती है एक सुन्दर सी झलक,
यह है सीखने का,
सबसे उत्तम पुरस्कार है।
यह सांस्कृतिक विरासत को,
आगे बढ़ाती है।
रुचिकर नहीं रहना कोई ज़रूरी नहीं है,
यह समरसता की बाढ़,
अक्सर ले आतीं है।
सभ्यता और संस्कृति को,
आगे बढ़ाने की धार है।
संयुक्त ऊधम का दीपक है,
सबसे श्रेष्ठ उपहार है।
सुचिता और सुकून देने वाली ताकत,
बनकर खुशियां अपार ले आतीं हैं।
मजबूती से आगे बढ़ने में,
हमेशा मददगार साबित होने पर,
नहीं कभी इठलाती है।
डॉ० अशोक, पटना, बिहार।