शिक्षक दिवस 5 सितंबर को यह संकल्प लेना है

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क


भारत को मजबूत स्थिर शांतिपूर्ण देश 

के रूप में विकसित करना है 

शिक्षा क्षेत्र में भारत को 

विश्वगुरु बनाना है


जब देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे 

आजादी के अमृत काल तक भारतीय शिक्षा 

नीति सारी दुनिया को दिशा देने वाले दिन होंगे

ये ख्वाब हमारे संकल्प सामर्थ्य से पूरे होंगे 


अमृत काल में हिंदुस्तान की शिक्षा नीति की 

विश्व प्रशंसा करे, यहां ज्ञान लेने आएं, 

ऐसा हमारा गौरव हों,विश्व कल्याण की 

भूमिका निर्वहन करने में भारत समर्थ होंगे


भारतीय युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं 

बस गंभीरता से उसे पहचानना है 

शिक्षण को स्वांदात्मक बहुआयामी 

आनंदमयी अनुभव बनाना है 


छात्रों में मूल्यों को विकसित करने शिक्षकों 

की महत्वपूर्ण भूमिका रेखांकित करनाहै छात्रों के 

आचरण को सुधारने विपरीत परिस्थितियों 

का सामना करने आत्मविश्वास जगाना है 

 

लेखक- कर विशेषज्ञ, स्तंभकार, साहित्यकार, कानूनी लेखक, चिंतक, कवि, एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र