॥ अर्श से फर्श तक ॥

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 


झूठ कितना भी तेजी से उड़ ले

पर मंजिल पे पहुँच नहीं पाता है

सच्चाई के पथ पर बिछे काँटे

विजयी हो मंजिल पे मुस्कुराता है


ब्ईमानी धन कर ले कितना भी संचप

ईमानदार का सुख नहीं वो पाता है

कितना भी सितम ईमान पे कर ले

इज्जतदार जग में ही कहलाता है


लाख उड़ ले फरेब गगन में

अर्श से फर्श पे गिर जाता है

बेईमानी का लबादा ओढ़कर

उपहास का पात्र बन जाता है


लाख बुराई जन्मदाता का कर ले

देव तुल्य जग में  कहलाता    है

श्रवण कुमार बन सेवा जो करता है

उनका जीवन सफल हो जाता है


लाख परेशां जग ने पहनाया

वो कब चैन से जी पाता   है

दान स्वरूप जो भी दिपा  है

वापस उनको ही मिल जाता है


साम दाम दंड भेद कला      है

राजनीति में शतरंज विछ जाता है

पर वर्तमान राजनीति हुई दुषित

ओंधे मुँह गिर पछताता     है


सोंच अगर सच्चा हो जग में

खोटा सिक्का भी चल जाता है

सत्य पथ पे काँटा ही कॉटा है

पर मुकाम पे ले पहुँचाता  है


उदय किशोर साह

मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार

9546115088