---- तीखा तीर ----

 युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क  

जय जय भय बस कर रहे 

जो कल  तक  थे  बदनाम 

चोला बदल अब  रंग  गये

इंतजार इन्हे  होने को साम 

न थे यह भले पहले कभी 

न होंगे  कभी  यह  सन्नाम 

भेजो इन्हे वापस फिर वहीं 

जहाँ  इनका सुरक्षित धाम 

---- वीरेन्द्र तोमर