प्रमोद तिवारी के करिश्माई नेतृत्व तथा मोना की मजबूत विरासत की गतिशीलता की चर्चा लोगों की जुबां पर चढ़ी..
लालगंज, प्रतापगढ़। कांग्रेसी गढ़ रामपुर खास मे बारह बार से प्रमोद तिवारी के कददावर एवं करिश्माई नेतृत्व मे मिलती आ रही रिकार्ड जीतों की श्रंृखला की भी शुक्रवार को तहसील से लेकर चाय पान की दुकानों पर चर्चा छायी दिखी। प्रमोद तिवारी के विकास कार्यो तथा आराधना मिश्रा मोना के पिता की मजबूत विरासत को अग्रेतर बनाये रखने को ही लोगों की नजर मे साढ़े चार दशक से अधिक इसे प्रमोद के अभेद्य दुर्ग की कामयाबी मे आंका जाता भी देखा सुना गया।
1980 मे पहली बार विधायक बनने के बाद प्रमोद तिवारी की सफलता की पारी दिनोंदिन रामपुर खास के नाम चार चांद लगाती गयी। प्रमोद तिवारी के बाद बेटी विधायक आराधना मिश्रा मोना ने भी तीन बार की हैट्रिक जीत का सियासी अचरज भरा परचम लहरा कर पिता के गढ़ को बदस्तूर आगे बढ़ाये रखने का जलवा इस जीत के बूते अपने नाम करने मे सफल रही है।
नौ बार प्रमोद तिवारी का रामपुर खास से लगातार विधायक होना फिर बेटी आराधना मिश्रा मोना की जीत की हैट्रिक लगना लोकतांत्रिक परिदृश्य मे सफलता के कीर्तिमान की शानोशौकत को भी बढ़ा गया दिखा है। लोगों के मुताबिक मोना ने जीत की हैट्रिक लगायी है तो प्रमोद तिवारी का यह दावा भी अब समर्थकों ही नही आम आवाम के भी गले पूरी तरह उतर गया दिख रहा है कि विपक्षी भाजपा प्रत्याशी नागेश प्रताप सिंह को पराजय की हैट्रिक लगवाने मे गढ़ की कामयाबी शानदार हुई है।
लोगों की जुबान पर यह भी चर्चा खुलकर देखी जा रही है कि निकट भविष्य मे प्रमोद तिवारी और आराधना मिश्रा के इस संयुक्त रिकार्ड को तोड पाना लगभग असम्भव ही हो उठा है। आराधना मिश्रा मोना की हैट्रिक जीत से प्रमोद व मोना के समर्थक शुक्रवार को हर जगह चहकते भी दिखे है। वहीं विपक्ष को तो मानो अब तर्क और वितर्क के बिंदुओं को तलाशने मे भी जैसे सांप सूंघ गया है।
सूबे भर मे दिखी कांग्रेसी हवा के खिलाफ भी आराधना मिश्रा मोना की रिकार्ड जीत मे प्रमोद तिवारी की ही खुद की नेतृत्व क्षमता को यहां बखान इसलिए भी मिल रही है कि रामपुर खास मे विपक्षी हवा का हर एक झोंका तिनके की तरह उड़ गया। गढ़ गढ़ ही बना रहा, इसे भेदना तो दूर सत्ता की लहर मे भी वह कूबत नही दिखी कि दुर्ग का एक पत्ता भी वह खड़का सके। यही कारण खास दिखा कि खास रामपुर खास जीत की खुशी मे शुक्रवार को दूसरे दिन भी फूला नही समाया।
कार्यकर्ताओं व समर्थकों के बढ़ चढ़कर दिखे जोश को भांप प्रमोद तिवारी व आराधना मिश्रा मोना भी मगन दिखे। जीत के बाद गुरूवार को रामपुर खास की खुशी की एक बानगी ही विपक्ष को सन्न कर गयी। लालगंज रोडवेज बस स्टेशन से इंदिरा चौक की दूरी साढ़े सात सौ मीटर लगभग ही होगी पर इतने छोटे से सफर को तय करने मे प्रमोद तिवारी व विधायक मोना को कुछ नही तो दो से ढाई घंटे लोगों की मालाओं और अपनत्व को सहेजने मे लग गये।
बाबा घुइसरनाथ धाम का नजारा भी कुछ ऐसा ही था। करीब दस बजे रात नव निर्वाचित विधायक मोना को बाबा धाम लेकर पहुंचे प्रमोद तिवारी के स्वागत मे सांगीपुर ब्लाक का हर कोना ऐसे उमड़ पड़ा जैसे किसी विशेष पर्व की जलचढ़ी बाबा धाम मे आज उत्साह के उमंग मे हो।
लालगंज चौक और पैतृक आवास संग्रामगढ मे तो अनगिनत बड़ी संख्या मे मौजूद समर्थक दीवाली और होली या ईद जैसी खुशी को आधी रात तक रोशन करते दिखे। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड के रिकार्डधारी प्रमोद के रामपुर खास ने आराधना मिश्रा मोना की हैट्रिक जीत की सौगात देकर एक बार फिर अपने बड़े रिकार्ड पर कदम कदम पर इतरा उठा दिखा है।