मृतक किसानों के परिवारों को एक-एक करोड़ मुआवजे की मांग
सहारनपुर। लखीमपुर खीरी घटना के विरोध में आज सपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन कर अपनी गिरफ्तारी दी और सरकार को तत्काल बर्खास्त कर मृतक किसानों के आश्रितों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा व एक पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की।
लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में आज समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष चौधरी रूद्रसैन के नेतृत्व में हकीकत नगर के रामलीला मैदान पर एकत्रित हुए और घटना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की घटना से गुस्साए सपा कार्यकर्ता जुलूस के साथ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट में पहुंचे और सांकेतिक जाम लगाकर प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की ।प्रदर्शनकारी जब जिला मुख्यालय में पहुंचने का प्रयास करने लगे तो पुलिस की उनकी तीखी नोकझोंक हो गई ।
जिसके बाद सभी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया और सभी को पुलिस लाइन ले आए प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष चौधरी रूद्रसैन ने कहा कि प्रदेश सरकार पुलिस निरंकुश हो चली है और सरकार के मंत्री और नेता अब किसानों को गाड़ी से रौंदने का काम कर रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण लखीमपुर की घटना है उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो चली है और किसानों की तनिक भी चिंता नहीं है उन्होंने कहा कि प्रदेश की मौजूदा सरकार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए और घटना के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन लियाकत अली एवं वरिष्ठ सपा नेता मजाहिर हसन राणा ने घटना के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री के पुत्र ने जिस प्रकार से किसानों को रोंदने का काम किया है वह अत्याधिक शर्मनाक घटना है ऐसे में मंत्री को खुद ही अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए था लेकिन संवेदनहीन सरकार के मंत्री घटना से कतई भी विचलित नहीं हुए और कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है उन्हें तत्काल बर्खास्त कर आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए।
इनके अलावा विनोद तेजियान साहिल खान कार्तिकेय राणा एवं जसवीर वाल्मीकि ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार सत्ता के नशे में चूर है और वह अब आम व्यक्ति के जीवन से भी खिलवाड़ करने लगी है उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से लखीमपुर खीरी में केंद्रीय राज्य मंत्री के पुत्र ने अपनी गाड़ी से किसानों को रौंदा है उससे लगता है कि सरकार किसानों की हत्या करने पर उतारू हो गई है ।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 माह से किसान दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी सुनवाई करने के बजाय उनको आरोपित कर रही है जिसे किसी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल से मांग करते हुए कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए मृतक किसानों के आश्रितों को एक-एक करोड़ का मुआवजा तथा 1 पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी दी । पुलिस लाइन पहुंचे उप जिलाधिकारी ने सभी प्रदर्शनकारियों को निजी मुचलका पर रिहा करने की घोषणा की इसके बाद सभी कार्यकर्ता वापस लौट गए
इसदौरान सपा जिलाध्यक्ष चौधरी रुद्रसैन प्रतिनिधि चौधरी प्रवीन बान्दुखेड़ी, अच्छान यादव, अब्दुल गफूर,नवाब गुर्जर, नवाब यादव,समीर खान, आकाश खटीक, राव वजाहत आदि मौजूद रहे।