युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
बीजेपी का गढ़ भेदने को उतरने को तैयार
लखनऊ। समाजवादी पार्टी की कल जारी हुई 16 प्रत्याशियों की सूची में लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा को प्रत्याशी बनाया गया है। रविदास मेहरोत्रा समाजवादी पार्टी से लखनऊ की मध्य विधानसभा सीट से विधायक हैं। इसके पहले भी दो बार वो विधायक रह चुके हैं। रविदास मल्होत्रा पहली बार 1989 में विधायक बने थे। दूसरी बार 2012 में सपा की टिकट पर विधायक बने और तीसरी बार 2022 में सपा के टिकट पर विधायक बने।
रविदास मेहरोत्रा अखिलेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार मंत्री भी रह चुके हैं। सपा मुख्यालय पर अखिलेश यादव द्वारा लखनऊ के नेताओं की बुलाई गई बैठक में कहा गया था कि गठबंधन में लखनऊ की सीट सपा अपने पास रखेगी। इसके पीछे की वजह लखनऊ में किए गए अधिकतर काम सपा के बताए गये। अखिलेश यादव ने कहा था कि लखनऊ में चाहे मेट्रो हो या जेपीएनआईसी की बात हो, लखनऊ में अस्पताल हो या लखनऊ में पार्कों की बात हो, ये सारे काम सपा के कार्यकाल में हुए हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि गठबंधन से यह सीट सपा लेगी। रविदास मल्होत्रा तमाम आंदोलन से जुड़े रहे हैं।रविदास मेहरोत्रा सामाजिक विषयों पर आंदोलन करते हुए देश में सबसे अधिक बार जेल जाने का रिकॉर्ड है।रविदास मेहरोत्रा 251 बार अभी तक जेल जा चुके हैं। लखनऊ सपा प्रत्याशी के लिए मुश्किल चुनौती होगी।
ये सीट बीजेपी की सेफ सीट में गिनी जाती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से वर्तमान में सांसद हैं और भारतीय जनता पार्टी हमेशा दिग्गजों को यहां से चुनाव लड़ाती रही है। शहरी सीट होने की वजह से इस सीट पर बीजेपी के परम्परागत वोटर अधिक है। लखनऊ के चुनाव रोमांचक और कड़े मुकाबले का होगा।