लोकायुक्त ने ब्लाक प्रमुख के द्वारा कार्य गए कार्यों के जांच हेतु डीएम को दिया निर्देश ।

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

बी डी सी ने प्रमुख पर लगाया था भ्रष्टाचार का आरोप कहा विकास के नाम किया था करोड़ों रुपए का घोटाला।

विकास खंड क्षेत्र के ग्राम सभाओं में होने वाले विकास कार्यों व करोड़ों के बजट को नगर पंचायत के गांवों में खर्च कर बने चेयरमैन सौरभ सिंह बीनू 

मार्टिनगंज आजमगढ़ । ब्लाक परिसर में अफरा तफरी तब मची जब आजमगढ़ जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज के निर्देश पर देर शाम जांच पड़ताल करने पहुंचे एडियम प्रशासन, मुख्य कोषाधिकारी व अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग अधिकारी। वहीं जांचकर्ता एडीएम प्रशासन राहुल विश्वकर्मा ने नगर पंचायत क्षेत्र के एक ग्राम सभा सुरहन में पहुंच कर ब्लाक प्रमुख यशवंत शर्मा द्वारा कराए गए विकास कार्यों की जॉच की और बताया की विकास खंड मार्टिनगंज क्षेत्र के डेमरी मखदुमपुर से क्षेत्र पंचायत सदस्य। 

सर्वेश जायसवाल ने ब्लाक प्रमुख यशवंत शर्मा व नव निर्वाचित चेयरमैन पति सौरभ सिंह बीनू पर खुद को ब्लाक प्रमुख का प्रतिनिधि बताकर कर करोड़ों रुपए गमन करने व फर्जी लेबर दिखा कर करीब 50 लाख  रुपए का भूकतान अपने खातों में करने की शिकायत लोक आयुक्त में वाद प्रस्तुत की थी जिसमे आज भौतिक निरीक्षण किया गया जल्द ही प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी के माध्यम से लोक आयुक्त को भेज दी जाएगी।

 बताते चलें की क्षेत्र पंचायत सदस्य सर्वेश जायसवाल ने गत माह पहले लोक आयुक्त लखनऊ में 13 विंदुओ पर परिवार वाद प्रस्तुत करते हुए आरोप पत्र में कहा की मार्टिनगंज ब्लाक प्रमुख यशवंत शर्मा एवं खंड विकास अधिकारी राम विलास द्वारा सुनियोजित ढंग से ब्लाक प्रमुख का कार्यकाल 22 जुलाई 2022 को समाप्त होने के बाद भी 4 करोड़ 38 लाख 83 हजार 371 रुपए सरकारी धन क्षेत्र पंचायत के खाते से फर्जी लेबरो व फर्जी कार्यों को दिखा कर सौरभ सिंह बीनू के  बिन फर्म   क्रांस्टक्सन एवं सौरभ सिंह बीनू के माता गीता सिंह की फर्म रॉयल ट्रेड्स पर कुटरचित कागजात तैयार कर भुगतान कर दिया।  

वहीं श्री जायसवाल ने सौरभ सिंह बीनू पर ब्लाक प्रमुख यशवंत शर्मा का फर्जी प्रतिनिधि बनकर सरकारी फाइलों पर फर्जी हस्ताक्षर करने के साथ साथ दर्जनों गंभीर आरोप लगाए। वहीं शिकायत कर्ता सर्वेश जायसवाल ने मीडिया से वार्ता के दौरान कहा की इसके पहले भी मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,आजमगढ़ मंडलायुक्त,जिलाधिकारी आजमगढ़,प्रमुख सचिव, चुनाव आयोग, एसडीएम मार्टिनगंज, बीड़ीओ मार्टिनगंज से शिकायत की परंतु कोई कार्यवायी नही हुई। 

जिसके बाद हमे मजबूर होकर भ्रष्टाचार के खिलाप लोक आयुक्त लखनऊ जाना पड़ा हलाकी हमे जांच अधिकारी व  शासन प्रशासन पर विश्वास है की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवायी करेंगे। अब ध्यान देने योग्य बात यह है की  ब्लाक प्रमुख द्वारा जिन लेबरों को दिखाकर लाखों रुपए का भूकतान किया गया है उसमे से एक भी मजदूरी नहीं करतें है ।

दूसरी बात अब सवाल उठता है की जब जिलाधिकारी द्वारा सुरहन ग्राम सभा का नाम नगर पंचायत मार्टिनगंज में सम्मिलित होने पर सुरन वार्ड नं 58 से निर्वाचित महा प्रधान बिंदु सिंह पत्नी सच्चिदानंद का पद रिक्त कर दिया गया तो सुरहन निवासी व वोटर ब्लाक प्रमुख यशवंत शर्मा के पद क्यों रिक्त घोषित नहीं किया गया । फिलहाल अब देखना है की प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस व भ्रष्टाचार विरोधी नीति वाले संबंधित अधिकारियों द्वारा प्रकरण की जांच कितना निष्पक्ष होती है और किन किन आरोपियों पर कार्यवायी होती।