युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
आजमगढ़ : भारत विकसित देश कैसे बने इसकी चिंता हम सबको मिलकर करनी होगी। जब दुनिया अज्ञानता से भरी थी उस समय हमारी संवेदना ,निर्माण प्रक्रिया एवं विश्वविद्यालय दुनिया का मार्गदर्शक बनाकर नई राह दिखा रहे थे। उक्त कथन नेहा राय का है वह नेहरू युवा केंद्र आजमगढ़ के सहयोग से महाराज की औद्योगिक प्रशिक्षण सेवा संस्थान करणपुर द्वारा आयोजित भारत के पंच प्रण पर युवा परिचर्चा में मुख्य अतिथि पद से उपस्थित युवाओं को संबोधित कर रही थी।
आकाशवाणी दिल्ली के पूर्व उपनिदेशक हरिलाल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत को सर्व संपन्न राष्ट्र बनाने का प्रयत्न ही 2047 की भारत के निर्माण का आधार बनेगा। आज हम सभी भारत के 2047 के निर्माण का चिंतन कर रहे हैं। नागेश्वर यादव ने कहा कि भारत दुनिया के पुराने देश में से एक रहा है। और यह हमेशा एक जुट रहा है। दुनिया चाहे हमारे बारे में जो सोचती हो।
जिस देश में हमारा जन्म हुआ है। उसे देश में हमारा कर्तव्य कैसा हो यह चिंता ही हमें देश के प्रति समर्पण के भाव से जाग्रत करती है। कृषि विभाग के जितेंद्र चौधरी ने नागरिक कर्तव्य पर प्रकाश डाला। धर्मेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में देश प्रेम की भावना जागृत करना है। कार्यक्रम का आयोजन लाइफ लाइन एजुकेशनल इंस्टिट्यूट समेदा के कैंपस में किया गया। कार्यक्रम के आयोजक सुरेश राजभर ने अतिथियों को मोमेंटो, बुके देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन अंशिका सिंह ने किया।
कार्यक्रम के अंत में भारत के पंच प्रण पर एक प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पीयूष शर्मा, तनु राय, अंशिका सिंह, रुचि चौहान, शारिक अंसारी, आनंद यादव को केंद्र की ओर से पुरस्कार एवं प्रमाण देकर सम्मानित किया गया। नेहा राय युवाओं को पंच प्रण की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में हर्ष सेन यादव, जोगेंद्र सिंह सहित विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट किया।