दो टूक

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

कोई रटकर पीडीए, 

बाभन-ठाकुर रार। 

कोई पैसा फेंककर,

चाह रहा अधिकार। 

लोक के चीरहरण का। 

धीरु भाई