एहसास है तो,
कभी खुशी होगी,
तो कभी दर्द होगा,
कभी दया होगी,
तो कभी क्रोध होगा।
एहसास है तो,
महसूस तो करेंगे ही,
जीवन में लड़ेंगे भी,
निडर तो बनेंगे ही,
पर कभी-कभी डरेंगे भी।
एहसास है तो,
किसी को समझेंगे कभी,
आंखों से आंसू झलक उठेंगे,
अपनी लगेंगे सभी,
पर कभी-कभी जरूर रूठेंगे।
एहसास है तो,
मन में चेतना,
ह्रदय में इंसानियत,
कभी-कभी वेदना,
तो कभी संवेदना।
एहसास का तो होना है जरूरी,
जिंदगी तो है इसी से पूर्ण,
किसी भी एहसास से क्यों हो दूरी,
जी हां एहसास से ही है जीवन संपूर्ण ।।
डॉ. माध्वी बोरसे!
राजस्थान (रावतभाटा)