सरल नहीं है शिव बन जाना ,
हलाहल गरल को पी जाना ,
जटाओं में भागीरथी को
सुगमता से कैद कर पाना !
सुंदर सृष्टि को बचा पाना !
सरल नहीं है शिव बन जाना ,
तन मन को धवल शुद्ध करना ,
भौतिक से आत्मिक सफर का
मार्गदर्शक अग्रणी बनना !
हृदय में प्रेम लगन जगाना !
सरल नहीं है शिव बन जाना ,
सन्यासी स्वभाव हो जाना ,
संपूर्ण शक्ति का आधार
ज्योति प्रतीक स्वरूप बन जाना !
संसार के दुःखो को हरना !
✍️ज्योति नव्या श्री
रामगढ़ ,झारखण्ड