पानी बाबा आओ रे,
मिलकर धूम मचाओ रे,
गरज गरज गरजाओ रे,
तड़तड़ तड़तड़ चमके
बिजुरिया सबका मन
हर्षाओ रे !
गर्मी में घबराये हम,
कूलर खूब चलाये हम,
तगड़े बिजली बिल चुकाये हम,
फिर भी परेशान हो जायें हम !
पानी बाबा आओ रे,
मिलकर धूम मचाओ रे,
गरज गरज गरजाओ रे,
तड़तड़ तड़तड़ चमके
बिजुरिया सबका मन
हर्षाओ रे !
- जयश्री वर्मा " शिक्षिका "
इंदौर, मध्यप्रदेश