New Year 2022: साल के पहले दिन इन प्रसिद्ध मंदिरों के करें दर्शन, यहां से करें शुरुआत

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

साल 2022 आ गया है। नए साल के साथ लोगों की कई उम्मीदे जुड़ी हुई हैं। बहुत सारे लक्ष्य और सपने लोगों ने नए साल के लिए देख रखें हैं। लोगों की कामना रहती है कि आने वाला साल अपने साथ खुशियां लेकर आए। इसी कामना को पूरा करने के लिए कई लोग साल के पहले दिन मंदिर जाते हैं। यहां भगवान का आशीर्वाद लेने के साथ नए साल में उन्नति और खुशहाली की फरियाद लगाते हैं। कहते है कि किसी भी काम की शुरुआत भगवान के आशीर्वाद से करनी चाहिए। ऐसे में साल की शुरुआत भी भगवान के आशीर्वाद से करना अच्छा रहेगा। लोग इसे अपनी किस्मत से जोड़ते हैं कि साल बदलने से शायद उनकी किस्मत भी बदल जाए। नया साल नई खुशहाली लेकर आए। ऐसे में अगर आप भी नए साल में मंदिर जाना चाहते हैं और दिल्ली के आसपास के रहने वाले हैं तो साल के पहले दिन दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं। चलिए जानते हैं दिल्ली के बड़े और प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में।

दिल्ली का अक्षरधाम

दिल्ली-नोएडा में रहने वाले साल की शुरुआत राजधानी के प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर से कर सकते हैं। अक्षरधाम मंदिर में नीलकंठ नाम का एक थिएटर भी है, जो स्वामी नारायण के जीवन की घटनाओं को दिखाता है। यहां हर शाम म्यूजिक फाउंटेन का भी आयोजन किया जाता है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर के तौर पर गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।

दिल्ली का हनुमान मंदिर

दिल्ली में ही करोल बाग और झंडेवालान मेट्रो स्टेशन के पास दिल्ली का हनुमान मंदिर है। मंदिर का प्रवेश द्वार भी काफी अनोखा है। इसे देवता के मुख के रूप में तैयार किया गया है। इसके अंदर जाने के आप मंदिर के गर्भगृह में पहुंच सकते हैं। यहां शाम की आरती आपको आनंदित कर देगी।

श्री किलकारी भैरव मंदिर

दिल्ली में भैरव जी का मंदिर भी है। प्रगति मैदान में स्थित पुराने किले के पीछे भैरों मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण पांडवो ने कराया था। यहां भक्त भैरव बाबा को शराब चढ़ाते हैं। मंदिर के एक भाग में किलकारी भैरव हैं, जिन्हें शराब अर्पित की जाती है, तो दूसरे विंग में दूधिया भैरव है, जिन्हें दूध चढ़ाया जाता है।

कालकाजी मंदिर

दिल्ली के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है कालका जी मंदिर। माता काली या आदिशक्ति का ये मंदिर भक्तों के बीच काफी प्रसिद्ध है। यहां मन्नतें पूरी होने के बाद लोग आते हैं। नये साल के मौके पर आप माता का आशीर्वाद लेने कालका मंदिर आ सकते हैं।