बांदा। लगातार चार दिनों से हो रही बारिश से जहां किसानों को बेहाल कर रके रख दिया था तो वहीं आ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की तबाही पूरी तरह से कर दी है। इसके साथ ही धान खरीद केेन्द्रों में भी किसानों का जमकर उत्पीड़न और शोषण हो रहा है। मान्नीयों के करीबियों और रिश्तेदारों का धान जहां क्रय केन्द्रों में पहुंचते ही बिक जाता है तो वहीं दूसरी ओर किसानों का धान कई-कई दिनों तक ट्रैक्टरों में लदा होने और लगातार चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से खराब हो गया है। अब प्राकृतिक आपदा की मार से कराह रहा किसान खरीद केन्द्रों के जिम्मेदारों की मनमानी से पूरी तरह से तबाह हो चुका है।
आसमान से बरती आफत, जमीन में भी शामत
युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क