मैसूर घूमने का है प्लान तो बेहद खास है यह जगहें

युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क 

मैसूर देश की शाही विरासतों में से एक है। यह देश की लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है। यहां की वास्तुकला व प्राकृतिक नजारे देखने वाले हैं। वहीं इतिहास प्रेमियों के लिए मैसूर स्वर्ग से कम नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में अगर आप कभी मैसूर घूमने जाएं तो यहां के कई आकर्षक स्थलों को देखना ना भूलें। यहां पर आप मैसूर की परंपरा, कला, शिल्प को करीब से जान पाएंगे। चलिए जानते हैं इनके बारे में...

मैसूर पैलेस

मैसूर पैलेस मैसूर के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। सुंदर वास्तुकला से तैयार इस पैलेस को देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। इस खूबसूरत पैलेस में आपको हिंदू, इस्लाम, गोथिक और राजपूत शैलियों की मिश्रित शैली देखने को मिलेगी। इसे 1897 से बनाना शुरु किया गया और यह 1912 मे तैयार हुआ। रात के समय यहां पर करीब 98000 से अधिक बल्बों जलते हैं। ऐसे में इस दौरान मैसूर पैलेस बेहद ही सुंदर व आर्कषित दिखाई देता है।

वृंदावन गार्डन

वृंदावन गार्डन कृष्णराज सागर बांध के नीचे बना हुआ है। इस बाग का निर्माण काल 1927 से 1932 तक पूरा हुआ। यह खूबसूरत गार्डन 150 एकड़ में फैला हुआ है। यह देश के बेहतरीन उद्यानों में से एक है। बता दें, इसमें एक बोटैनिकल गार्डन भी है। इसके साथ यहां पर सभी आकारों और डिजाइनों के कई फव्वारे भी बने हुए है। इनके प्रमुख आकर्षणों में से एक म्यूजिकल फाउंटेन भी है। आप यहां पर रंग-बिरंगे फाउंटेन के पास बैठकर सूर्यास्त का मजा ले सकते हैं। इसके अलावा यहां पर सूर्यास्त का नजारा देखने योग है।

करणजी झील

करणजी झील को मैसूर के राजा ने बनवाया था। ऐसे में इसकी देखरेख मैसूर अथॉरिटी द्वारा की जाती है। 90 एकड़ में फैली यह खूबसूरत झील प्रसिद्ध चामुंडी पहाड़ियां करंजी झील की तलहटी में स्थापित है। यहां पर कई प्रवासी पक्षियां आकर रूकते हैं। आप यहां पर प्रवासी पक्षियों की 90 से अधिक प्रजातियां देख सकते हैं। ऐसे में आप इस झील पर जाकर करीब से पक्षियों को देखने का मजा ले सकते हैं।

मेलकोट

मेलकोट को मेलुकोट भी कहा जाता है। यह मांड्या जिले में एक तीर्थ व प्रसिद्ध स्थल है। देखने में सुंदर व प्राकृतिक नजारों से भरा यह स्थल हर किसी को सुकून देता है। यहां श्री योग नरसिंह स्वामी जो एक पहाड़ी की चोटी पर स्थापित है। यहां के प्रसिद्ध मंदिरों में जाने जाते हैं। इसके साथ ही मेलकोट में सूर्योदय का खूबसूरत नजारा हर किसी का दिल आसानी से जीतने का काम करता है।

मैसूर चिड़ियाघर

आप बच्चों को मैसूर का चिड़ियाघर दिखाने लेकर जा सकते हैं। यह भारत के पुराने चिड़ियाघरों में से एक माना जाता है।  250 एकड़ भूमि पर बने इस चिड़ियाघर की स्थापना 1892 में की गई थी। यहां पर आप दुनियाभर के अलग-अलग प्रजाति के जीव-जंतु जानवर देख सकते हैं। साथ ही इनके बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।