सही योग क्रम का जानना है बेहद जरूरी


युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क

आजकल बहुत सारे व्यक्ति बिना सही ज्ञान के योग की शिक्षा देना शुरू कर देते हैं। वहीं बहुत सारे लोग टीवी या मोबाइल में देखकर योग करने लगते हैं। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि योग करने का पूरा लाभ आपके शरीर को मिले तो जरूरी है कि आप जान लें कि योग के करने का क्रम क्या है। क्योंकि किसी भी आसन को यूं ही करना नहीं शुरू किया जाता है। इसलिए योग को एक विद्या कहा गया है। जिसका सही ज्ञान होना बहुत जरूरी है। तो चलिए जानें कि किन योग के साथ योगासन का अभ्यास करना चाहिए।
प्राणायाम
किसी भी तरह के योग को शुरू करने से पहले प्राणायाम करना जरूरी है। भस्त्रिका प्राणायाम उसके बाद कपालभाति प्राणायाम और अन्य तरह के प्राणायाम के साथ योग की शुरूआत सही है।
सूक्ष्म व्यायाम
जिसे हम वार्मअप भी कहते हैं। योग शुरू करने के पहले भी वार्मअप बहुत जरूरी है। हाथों, पैरों, कोहनी, के हल्के व्यायाम और तितली आसन के साथ योग की शुरूआत करनी चाहिए।
सूर्यनमस्कार
वैसे तो सूर्यनमस्कार अपने आप में ही संपूर्ण व्यायाम है। लेकिन योगासन के क्रम में इसे तीसरे नंबर पर रखा गया है। तीन से पांच बार इस आसन को करना सेहत के लिए अच्छा होता है।
बैठकर करने वाले आसन
मंडूकासन, शशंकासन, गोमुखासन, सिंहासन इन आसन को बैठकर किया जाता है। सूर्य नमस्कार के बाद इस तरह के बैठकर करने वाले आसन करने चाहिए।
पेट के बल लेटकर आसन
बैठने के बाद पेट के बल लेटकर करने वाले आसन करने चाहिए। जिनमें मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, धनुरासन शामिल हैं। अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर इनमें सही आसन का चुनाव अपने लिए करना चाहिए।
पीठ के बल लेटकर
चक्रासन, पवनमुक्तासन, हलासन इन आसन को पीठ के बल लेट कर किया जाता है।
शवासन
सबसे आखिर में शवासन को करने से शरीर को आराम मिलता है और सारी थकान दूर हो जाती है।